BHOPAL. संसद में टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के राज्यसभा सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री का मुद्दा गरमाता जा रहा है। अब बीजेपी इसे लेकर विपक्ष को घेर रही है। वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्षी सांसदों की आलोचना की है। बता दें कि राष्ट्रपति ने संसद में उपराष्ट्रपति के अपमान को गलत बताया है।
पीएम मोदी ने किया उपराष्ट्रपति को फोन
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने इसी मुद्दे को लेकर अब उपराष्ट्रपति धनखड़ को फोन किया। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सोशल मीडिया X पर लिखा है कि पीएम मोदी ने मुझे फोन किया था। उन्होंने कुछ सांसदों के संसद में आपत्तिजनक व्यवहार को लेकर दु:ख जताया। उन्होंने बताया कि पीएम ने कहा माननीय सांसदों का ऐसा व्यवहार, वो भी संसद के पवित्र कॉम्प्लेक्स में बेहद दुखद है। साथ ही ये फी कहा कि पिछले बीस साल से वे भी ऐसी अपमानजनक बातें सुन रहे हैं, जो आज भी जारी हैं।
सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंटा है- सोनिया गांधी
वहीं कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। इससे पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को सस्पेंड नहीं किया गया था, वो भी एक वाजिब मांग रखने के लिए। सोनिया ने ये बात कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की मीटिंग में कही।
1 घंटे तक खड़े होकर धनखड़ का किया सपोर्ट
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारे जाने के मामले में सत्ता पक्ष यानी NDA के सांसदों ने अलग तरह से प्रदर्शन किया। संसदीय कार्यों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि उपराष्ट्रपति धनखड़ के समर्थन में NDA सांसद राज्यसभा में प्रश्न-उत्तर काल में एक घंटे की कार्यवाही के दौरान खड़े रहे। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई।
संसदीय दल की बैठक में सोनिया की प्रमुख बातें
- संसद में घुसपैठ मामले पर : सोनिया ने कहा कि 13 दिसंबर को जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है और उसे सही नहीं ठहराया जा सकता है। इस मामले पर देश को संबोधित करने में पीएम को चार दिन लग गए, वो भी उन्होंने संसद के बाहर किया। ऐसा करके उन्होंने संसद की गरिमा के प्रति तिरस्कार और देश की जनता के प्रति अपनी उपेक्षा जाहिर की है।
- जम्मू-कश्मीर से जुड़े बिल पास होने पर : इस सत्र में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कुछ अहम बिलों को पास किया गया। जो लोग जवाहरलाल नेहरू जैसे महान देशभक्त को बदनाम करने के लिए इतिहास को तोड़ते-मरोड़ते हैं और ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़खानी करते हैं, वे लंबे समय से कैंपेन चला रहे हैं। इन कैंपेन की अगुआई पीएम और होम मिनिस्टर कर रहे हैं, लेकिन हम डरने या झुकने वाले नहीं हैं।
- तीन राज्यों के चुनावों में मिली हार पर : ये कहना कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनावों के नतीजे हमारी पार्टी के लिए बेहद निराशाजनक रहे हैं, ये कम होगा। इन चुनावों में हमारे खराब प्रदर्शन के कारणों को समझने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले राउंड की समीक्षा शुरू कर दी है। इन समीक्षाओं से जो सबक मिलेंगे वो हम अपनाएंगे। इस समय हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है, फिर भी मुझे यकीन है कि हमारे साहस और लगातार कोशिशों से हमें सफलता मिलेगी।