सूरज की रक्तिम आभा, समंदर की मचलती लहरें और शांत सी शिला है विवेकानन्द रॉक मेमोरियल ( Vivekananda Rock Memorial )। कन्याकुमारी ( Kanyakumari ) में स्थित इस शिला पर कभी स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था। अब आज यानी 30 मई को पीएम मोदी ( PM Modi ) भी यहां मेडिटेशन करेंगे। सबसे पहले PM मोदी भगवती अम्मान मंदिर ( Bhagwati Amman Temple ) में दर्शन करेंगे। इसके बाद वह विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में मेडिटेशन करेंगे। BJP के नेताओं ने बताया कि पीएम मोदी 30 मई को लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त होने के बाद यहां स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाए स्मारक 'रॉक मेमोरियल' पर ध्यान लगाएंगे।
सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
पीएम नरेन्द्र मोदी के गुरुवार से यहां स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर 45 घंटे के प्रवास के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। इस दौरान मोदी यहां ध्यान लगाएंगे। मोदी के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। तिरुनेलवेली रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) प्रवेश कुमार के साथ ही पुलिस अधीक्षक ई. सुंदरावथनम ने रॉक मेमोरियल, बोट जेटी, हेलीपैड और कन्याकुमारी में राज्य के अतिथि गृह का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात दल पहले ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गया है। हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर उतारने का एक परीक्षण भी कर लिया गया है।
2,000 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थलों में शामिल कन्याकुमारी में और उसके आसपास करीब 2,000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। मोदी के संभावित कार्यक्रम के अनुसार, वह आध्यात्मिक प्रवास के लिए 30 मई की दोपहर को कन्याकुमारी पहुंचेंगे। इसके बाद वह मेमोरियल जाएंगे। वह एक जून को दोपहर तीन बजे तक विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर ठहर सकते हैं जब देश में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए मतदान हो रहा होगा।
तीसरी बार सत्ता में वापस लौटेंगे-बीजेपी
बीजेपी नेता ने कहा है कि उन्हें यह विश्वास है कि चार जून को मतगणना होने के बाद वह तीसरी बार सत्ता में वापस लौटेंगे। लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान एक जून को होना है। मतदान से दो दिन पहले चुनाव-प्रचार समाप्त हो जाता है। भाजपा के पदाधिकारियों ने बताया कि जिस स्थान पर प्रधानमंत्री ध्यान लगाएंगे उसका विवेकानंद के जीवन पर बड़ा प्रभाव था। देशभर में घूमने के बाद विवेकानंद यहीं पहुंचे थे और यहां उन्होंने तीन दिन तक ध्यान लगाया था और एक विकसित भारत का सपना देखा था। एक नेता ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी जाकर राष्ट्रीय एकता का संकेत दे रहे हैं, उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु के प्रति प्रधानमंत्री की गहरी प्रतिबद्धता और स्नेह को भी दर्शाता है कि चुनाव समाप्त होने के बाद भी वह राज्य का दौरा कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ द्रमुक ने जताया विरोध
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ( DMK) ने प्रधानमंत्री के आध्यात्मिक प्रवास की अनुमति देने के खिलाफ जिलाधिकारी के समक्ष याचिका दायर की। इसमें उन्होंने चुनाव आचार संहिता लागू होने और पर्यटन सीजन का हवाला दिया। द्रमुक ने कहा कि पर्यटन सीजन में घरेलू और विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आयेंगे। देश के दक्षिणी छोर पर स्थित इस जिले में 2,000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान कड़ी निगरानी रखेंगी। पांच साल पहले उन्होंने 2019 के चुनाव प्रचार अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में ध्यान लगाया था।