NEW DELHI. गुजरात के वडनगर के जिस स्कूल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हासिल की थी वह बच्चों के लिए प्रेरणा का केंद्र होगा। केंद्र सरकार देश के प्रत्येक 750 जिले से दो-दो छात्रों को इस प्राथमिक विद्यालय में स्टडी टूर के लिए ले जाने की योजना बना रही है। शीर्ष सरकारी सूत्रों ने मंगलवार (6 जून) को कहा कि 19वीं शताब्दी के अंत में निर्मित, स्कूल को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा एक पुरानी स्थापत्य शैली में पुनर्विकसित किया गया है। इसे ‘प्रेरणा’ परियोजना के तहत तैयार किया गया है।
अत्याधुनिक तकनीक से भारत के शौर्य और सपूतों के बारे में बताएंगे
स्टडी टूर के दौरान छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों के माध्यम से भारत के शौर्य और भारत के सपूतों के बारे में बताया जाएगा। छात्रों को परमवीर चक्र से सम्मानित मातृभूमि के बहादुर सैनिकों की कहानी सुनाई और दिखाई जाएगी। जवाहरलाल नेहरू, अटल बिहारी वाजपेयी और इंदिरा गांधी समेत पूर्व प्रधानमंत्रियों के भाषण की रिकार्डिंग सुनाई जाएगी।
स्टडी टूर अक्टूबर से शुरू होने की संभावना
छात्रों को वडनगर स्कूल में लाने के लिए चयन प्रक्रिया पर अभी काम किया जा रहा है। स्टडी टूर इस साल अक्टूबर से शुरू होने की संभावना है। छात्रों के आने-जाने और रहने का खर्च संस्कृति मंत्रालय के माध्यम से भारत सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। यह स्टडी टूर छात्रों के पास सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर होगा।
कार्यक्रम का नाम ‘प्रेरणा’ रखने की यह है वजह
प्रधानमंत्री के रूप में अपने नौ साल के कार्यकाल में मोदी ने भारत को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा दिलाई है। कई लोगों ने उनसे प्रेरणा ली है। यही कारण है कि इस कार्यक्रम को प्रेरणा कहा जा रहा है क्योंकि इसी स्कूल में नरेन्द्र मोदी ने प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी। पीएम मोदी के स्कूल को 2018 से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा संरक्षित किया जा रहा है।
वडनगर पर बनी डाक्यूमेंट्री का प्रसारण आज
गुजरात के प्राचीन शहर वडनगर पर बनी डाक्यूमेंट्री "अनंत अनादिह वडनगर" का प्रीमियर डिस्कवरी चैनल और डिस्कवरी प्लस पर बुधवार (7 जून) रात नौ बजे प्रसारण होगा। वडनगर में अत्याधुनिक पुरातत्व संग्रहालय भी बनाया जा रहा है। संग्रहालय में इस शहर के 2,500 वर्षों के इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा।