NEW DELHI. नरोत्तम मिश्रा का लगातार फिल्मों पर कमेंट करना भारी पड़ गया है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका नाम लिए बगैर नसीहत दे डाली। 17 जनवरी को बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री ने नरोत्तम को फिल्मी मामलों से दूर रहने की सलाह डे डाली। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग कुछ फिल्मों पर बयानबाजी कर रहे हैं, जो कि मीडिया पर पूरे दिन चलाए गए। मोदी ने पार्टी नेताओं के बेवजह की बयानबाजी से बचने की सलाह दी।
नरोत्तम की बयानबाजी को लेकर ये बोले मोदी
मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा- एक नेता हैं जो फिल्मों पर बयान देते रहते हैं, उनके बयान टीवी पर चलते रहते हैं। उन्हें लगता है वे नेता बन रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उन्हें फोन किया, लेकिन वे मानते नहीं हैं। हर फिल्म पर बयान देने की जरूरत क्या है?
हाल ही में पठान में दीपिका की भगवा बिकिनी पर हुआ विवाद
शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण स्टारर पठान के गाने बेशर्म रंग को लेकर विवाद हो गया था। इसमें दीपिका पादुकोण भगवा बिकिनी पहने दिखी थीं। इसके चलते बीजेपी के कई नेताओं ने पठान फिल्म को बैन तक करने की मांग कर दी थी। महाराष्ट्र बीजेपी के नेता राम कदम ने कहा था कि क्या फिल्म को सस्ती लोकप्रियता दिलाने के लिए यह सब किया गया या फिर सोची समझी साजिश के तहत यह विवाद खड़ा किया गया।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी पठान में दीपिका के लुक पर भड़क गए थे। उन्होंने कहा था कि फिल्म पठान के गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की वेशभूषा बेहद आपत्तिजनक है और गाना दूषित मानसिकता के साथ फिल्माया गया है। गाने के दृश्यों और वेशभूषा को ठीक किया जाए नहीं तो फिल्म को मध्य प्रदेश में अनुमति दी जाए या नहीं दी जाए, इस पर विचार किया जाएगा।
नरोत्तम मिश्रा की बयानबाजी
नरोत्तम मिश्रा के बीते महीनों पर कई फिल्मों को लेकर बयान सामने आए हैं। उन्होंने आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ भी बयानबाजी की थी। उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म 'रामसेतु' का पक्ष लेते हुए आम लोगों से इसे थिएटर में जाकर देखने की अपील की थी।
उनकी हर बात शिरोधार्य
वहीं इस बारे में जब मीडिया ने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री से सवाल पूछा कि पीएम मोदी ने बिना आपका नाम लिए इस तरह की बयानबाजी से दूर रहने की सलाह दी है, तो नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 'उन्होंने किसी का नाम लेकर कुछ नहीं कहा है, लेकिन फिर भी उनका कहा हर एक शब्द हमारे लिए शिरोधार्य है, हमारे आचरण और व्यवहरा उनके मार्गदर्शन से ही आगे बढ़ते हैं, और आगे भी बढ़ते रहेंगे'।