Delhi. आखिरकार लंबे इंतजार के बाद देश में 5जी सेवाओं की शुरुआत होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अक्टूबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी सेवाओं की शुरुआत करेंगे। आज यानी एक अक्टूबर से 4 दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2022) कार्यक्रम की शुरुआत होने वाली है और इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी 5जी सर्विस की लॉन्चिंग करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट सुविधा की शुरुआत के दौरान दिल्ली के द्वारका सेक्टर 25 में मेट्रो के आगामी स्टेशन की भूमिगत सुरंग से 5जी सेवाओं के कामकाज का प्रदर्शन भी देखेंगे।
पहले चरण में 13 शहरों में 5G नेटवर्क की शुरुआत होगी। फिलहाल इस सूची में मप्र और छ्त्तीसगढ़ के एक भी शहर शामिल नहीं हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण पहले ही देश में चार जगहों पर 5जी का सफल ट्रायल कर चुका है। जल्द ही भारत (India) में 5जी इंटरनेट सेवाओं (5G Internet Service) की शुरुआत होने वाली है।
इन शहरों में होगी शुरुआत
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्वण पहले ही यह बता चुके हैं कि देश में 5जी को धीरे-धीरे अलग-अलग फेज में लॉन्च किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, पहले फेज में 13 शहरों में सबसे पहले 5जी सेवा को लॉन्च किया जाएगा, जिसमें दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोलकाता, जामनगर, लखनऊ, पुणे शामिल हैं। इसके दो साल बाद पूरे देश में 5जी सेवा का तेजी से विस्तार किया जाएगा।
10 करोड़ से ज्यादा लोग 5जी के इच्छुक
देश के 10 करोड़ से ज्यादा लोग 2023 में 5जी सेवा का इस्तेमाल करना चाहते हैं। इन लोगों के पास ऐसे स्मार्टफोन भी हैं, जो 5जी नेटवर्क के लिए तैयार हैं। इन उपभोक्ताओं में ज्यादातर 5जी सेवा के लिए 45 फीसदी तक अधिक भुगतान करने के लिए भी तैयार हैं।
चार जगहों पर सफल ट्रायल
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की ओर से पहले देश में चार जगहों पर 5जी का सफल ट्रायल किया जा चुका है। इन चार जगहों में दिल्ली का इंटरनेशल एयरपोर्ट, बेंगलुरु की मेट्रो, कांडला पोर्ट और भोपाल की स्मार्ट सिटी का इलाका शामिल है। इन चारों जगहों पर 5जी का सफल ट्रायल होने की वजह से यहां पर इसका पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर भी बनकर तैयार है।
1.5 लाख करोड़ में हुई स्पेक्ट्रम की नीलामी
देश की अब तक की सबसे बड़ी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपए की बोलियां प्राप्त हुई थीं। इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी की जियो ने 87,946.93 करोड़ रुपये की बोली के साथ बेचे गए सभी स्पेक्ट्रम का लगभग आधा हिस्सा हासिल किया है। भारत के सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडाणी के समूह ने 400 मेगाहर्ट्ज के लिए 211.86 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। इसका इस्तेमाल हालांकि, सार्वजनिक टेलीफोन सेवाओं के लिए नहीं किया जाता है। वहीं, दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,039.63 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाई, जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 18,786.25 करोड़ रुपये में स्पेक्ट्रम खरीदा है।
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आएगी क्रांति
दूरसंचार कंपनियों के जल्द से जल्द 5जी सेवा चालू करने की तैयारियों में जुटने से भारत आने वाले वक्त में बेहतर डेटा स्पीड और रुकावट मुक्त वीडियो के लिए तैयार हो रहा है। इन सेवाओं के आने के बाद लोगों को स्मार्ट एंबुलेंस से लेकर क्लाउड गेमिंग तक सब कुछ मिलेगा। यहां तक कि खरीदारी के दौरान ग्राहकों को एकदम नए तरह के अनुभव भी हो सकते हैं। पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिये कुछ ही सेकंड में मोबाइल और अन्य उपकरणों पर उच्च-गुणवत्ता वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है. यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा।
4जी से करीब 10 गुना तेज
यह सेवा सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज) की मानी जा रही है। यह सुविधा कॉन्टैक्ट में होने वाली देरी में कटौती के अलावा उपकरणों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाएगी। इसके जरिए 3डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स अनुभव और शैक्षिक अनुप्रयोगों को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकेगा।
5G के लिए कितनी कीमत देनी होगी
विशेषज्ञों की मानें तो 5G सेवा प्रदाता कंपनियों की ओर से शुरू में 4G के दाम से अधिक प्रीमियम चार्ज करने की संभावना नहीं है क्योंकि कंपनियों का तात्कालिक लक्ष्य 5G अपनाने को बढ़ावा देना है। 5G सेवा देने वाली कंपनियां अधिक उपभोक्ताओं को तेज गति का अनुभव देने और अधिक डेटा का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेंगी। इससे प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (ARPU) को बढ़ावा मिलेगा जो कंपनियों के लिए फायदेमंद होगा। पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि भारत में 5G रिचार्ज प्लान की कीमत 4G प्रीपेड प्लान से कम से कम 20 प्रतिशत अधिक होगी। हालांकि, ऐसी संभावना है कि टेलीकॉम कंपनियां इसे सुरक्षित रखें और 5G नेटवर्क को रिचार्ज प्लान के साथ लॉन्च करें जिनकी कीमत 4G प्लान के समान है। इस कदम से भारत में 5G सर्विसेस की तेजी से पहुंच हो सकती है।
4जी की तुलना में 5जी कितना तेज है?
कई रिपोर्ट्स में इसे 100 गुना तेज बताया गया है। हालांकि, एयरटेल के अनुसार 4जी की तुलना में 5जी 20 से 30 गुना तेज होगा। 5G को IMT-2020 आवश्यकताओं के आधार पर 20 Gbps तक की पीक डेटा दर देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसकी पीक डेटा दर 20 गीगाबिट-प्रति-सेकंड (Gbps) और औसत डेटा दर 100+ मेगाबिट-प्रति-सेकंड (Mbps) तक पहुंच सकती है। हाई स्पीड के अलावा 5G को अधिक नेटवर्क क्षमता प्रदान करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है।
5G का आम व्यक्ति के जीवन पर कैसे प्रभाव पड़ेगा ?
5G के जरिए हमें तेज़ डाउनलोड और अपलोड स्पीड मिलेगी, कई उपकरणों को एक साथ जोड़ा जा सकेगा। विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AR),आभासी वास्तविकता (VR) और IoT के क्षेत्र में ये काफी उपयोगी साबित होगा। संभव है कि आप अपने मोबाइल फोन में 5G का इस्तेमाल देर से करें लेकिन आपके जीवन में कई तरह के उपकरणों और सुविधाओं के जरिए इसका असर दिखना जल्द शुरू हो जाएगा। उदाहरण के लिए, क्लाउड सेवाओं तक तत्काल पहुंच, मल्टीप्लेयर क्लाउड गेमिंग, वास्तविक अनुभव के साथ ऑनलाइन खरीदारी और रियल-टाइम वीडियो अनुवाद जैसी बहुत सी सुविधाएं जल्दी मिलने लगेंगी।
5G की सुविधा लेने के लिए नया फोन जरूरी
इसके लिए 5G इनेबल्ड स्मार्टफोन जरूरी है। उदाहरण के लिए, स्नैपड्रैगन 5G मोबाइल प्लेटफॉर्म द्वारा संचालित स्मार्टफोन 5G सेवा के लिए सक्षम हैं। लगभग सभी स्मार्टफोन कंपनियों ने 5G इनेबल्ड मोबाइल फोन लांच किए हैं। अपने फोन में सेटिंग्स या फीचर्स में जा कर ये चेक कर सकते हैं कि आपका फोन 5G सर्विस को सपोर्ट करेगा कि नहीं। जैसे-जैसे 5G नेटवर्क का विस्तार होगा, अधिक स्मार्टफोन और कैरियर सब्सक्रिप्शन उपलब्ध होंगे।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022
एक अक्टूबर से 4 दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2022) कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली के प्रगति मैदान में होने जा रहा है। दूरसंचार विभाग और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) मिलकर IMC 2022 के छठे संस्करण का अनावरण करेंगे। कार्यक्रम में एक बार फिर नए टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन और स्टार्टअप को बढ़ावा देने पर विस्तार से चर्चा हो सकती है। 2022 के लिए इस इंवेंट का थीम न्यू डिजिटल यूनिवर्स रखा गया है, जो विकसित डिजिटल भारत के लिए स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य पर काम करेगा। इस इवेंट में देश की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।