NEW DELHI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार 19 मई की सुबह 3 देशों की यात्रा में निकले। 6 दिवसीय इस यात्रा के पहले चरण में मोदी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में कई मुद्दों पर चर्चा होगी, जिसमें परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक मजबूती तथा सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु और ऊर्जा, खाद्य और स्वास्थ्य तथा विकास शामिल हैं। इसके बाद पापुआ न्यू गिनी-ऑस्ट्रेलिया का भी दौरा करेंगे। इस यात्रा में वह 40 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और 24 से अधिक वैश्विक नेताओं से साथ मुलाकात करेंगे। आपको बता दें कि पीएम इंडो-पैसिफिक की महाशक्ति के नेता के तौर पर जा रहे हैं। इंडो-पैसोफिक इलाका भारत के लिए न केवल नई सदी का अखाड़ा है बल्कि, उसकी बढ़ती अहमियत का रिपोर्ट कार्ड भी है।
महात्मा गांधी की प्रतिमा का करेंगे अनावरण
पीएम मोदी सबसे पहले क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद परमाणु बम के पीड़ितों की याद में बनाई गई हिरोशिमा के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के अलावा महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। इसके बाद कोरिया, वियतनाम और अन्य देशों के नेताओं, राष्ट्राध्यक्षों के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता होगी। शनिवार रात को जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ बैठक करने के बाद वह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। हिरोशिमा में सम्मेलन में भारत 3 औपचारिक सत्र में भाग लेगा। दूसरा सत्र 20 मई और तीसरा सत्र 21 मई को आयोजित होगा।
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चीन की बढ़ती चुनौतियों को देंगे संदेश
G7 दुनिया की औद्योगिक तौर पर विकसित और लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। जापान में हो रही उसकी बैठक जहां लोकतांत्रिक देशों की एकजुटता और चीन की बढ़ती चुनौती को संदेश देगी। वहीं, इलाके में ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान के साथ इस ताकतवर समूह की नजदीकी भागीदारी दिखाकर चीनी दादागिरी के खिलाफ एक मजबूत विकल्प की व्यवस्था देने में भी मददगार होगी। रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि G7 शिखर बैठक में मेरी उपस्थिति खास मायने रखती है। क्योंकि, भारत इस वक्त G20 की अध्यक्षता कर रहा है। मैं G7 और अन्य सहयोगी देशों के साथ वैश्विक चुनौतियों पर बात करूंगा जिनको मिलकर ही हल किया जा सकता है।
दूसरे और तीसरे चरण की यात्रा होगी ऐसी
दूसरे चरण में पीएम 21 मई को पापुआ न्यू गिनी पहुंचेंगे। जहां वह पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मार्पे के साथ संयुक्त रूप से हिंद-प्रशांत द्वीप सहयोग मंच की मेजबानी करेंगे। इस मंच में भारत और प्रशांत द्वीप समूह के 14 देश शामिल हैं। यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा होगी। यहां वह फिजी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ भी मुलाकात करेंगे। वहीं, तीसरे चरण में प्रधानमंत्री 22 मई को आस्ट्रेलिया पहुंचेंगे और 24 मई को आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसी दिन वह ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख कारोबियों और निजी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे। 23 मई को प्रधानमंत्री सिडनी में एक कार्यक्रम में शिरकत कर भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे।