प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका दौरे के दूसरे दिन न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने भाषण में अपने राजनीतिक जीवन और भारत की तरक्की को लेकर चर्चा की। न्यूयॉर्क के नासाउ वेटरंस कॉलेजियम में पीएम मोदी के पहुंचने पर हजारों लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
भारतीय मूल के लोगों को किया संबोधित
पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आज नमस्ते भी ग्लोबल हो चुका है। आपका प्यार मेरे लिए सौभाग्य है। उन्होंने पुराने दिनों को याद कर कहा कि जब मैं बगैर किसी पद पर होते हुए अमेरिका आया था। आगे कहा कि जब मैं सीएम और पीएम नहीं था तब अमेरिका के करीब-करीब 29 राज्यों का दौरा किया था। जब मुख्यमंत्री बना तब भी टेक्नोलॉजी के जरीए से आप लोगों से जुड़ा रहता था। इस दौरान उन्होंने 2014 के मेडिसन स्क्वायर, 2019 में ह्यूस्टन, 2023 में वॉशिंगटन में भारतीय समुदाय के संबोधन को याद किया।
भारतीय विदेशों में राष्ट्रदूत हैं...
अमेरिका में रह रहे भारतीयों की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा जब मेरे पास कोई सरकारी पद नहीं था, तब भी मैं भारतीय समुदाय की ताकत समझता था और आज भी समझता हूं। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय विदेशों में भारत के लिए सबसे मजबूत ब्रैंड एम्बेसडर रहे हैं। प्रवासी भारतीयों ने भारत और अमेरिका कनेक्ट किया है। प्रवासी भारतीयों के टैलेंट और कमिटमेंट का कोई मुकाबला नहीं है। साथ ही उन्होंने प्रवासी भारतीयों को राष्ट्रदूत बताया।
दुनिया का हर ब्रांड अब मेड इन इंडिया
प्रवासी भारतीयों से पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में मेड इन इंडिया ब्रांड तेजी से बढ़ रहे हैं और जल्द ही पूरी दुनिया 'डिजाइन ऑफ इंडिया' का जलवा देखेगी। मोदी ने कहा कि मां भारतीय ने जो हमें सिखाया हम उसको कभी भूल नहीं सकते। हम जहां भी जाते हैं सबको परिवार मानकर उनसे घुल मिल जाते हैं।
भारतीय विविधता की जमकर की सराहना
भारत की विविधता की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अनेक मत, मजहब, पंथ हैं, लेकिन सब भारतीय हैं। भारत में हर भाषा बोलने वाले लोग हैं। भाषा अनेक हैं, लेकिन भाव एक है। वह भाव भारत माता की जय। वो भाव है भारतीयता की। उन्होंने कहा कि यही मूल्य हमें सही मायनों में विश्व बंधु बनाती है। दुनिया से जुड़ने के लिए ये हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
हमारे लिए AI का मतलब 'अमेरिकन-इंडियन'
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के लिए एक AI का मतलब है 'आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट' लेकिन हमारे लिए AI का मतलब है 'अमेरिकन-इंडियन' यही AI स्पिरिट भारत और अमेरिका के रिश्तों को नई ऊंचाई दे रहा है। मैं भारतीय समुदाय को सैल्यूट करता हूं। उन्होंने कहा कि अमेरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन डेलावेयर ने अपने घर ले गए थे, यह आत्मीयता और गर्मजोशी मेरे लिए दिल छू लेने वाला क्षण रहा। बाइडेन द्वारा यह सम्मान 140 करोड़ भारत वासियों का है। ये आपका सम्मान है। आपके पुरुषार्थ का है। यह सम्मान यहां रहने वाले लाखों भारतीयों का है। इस दौरान पीएम ने राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रवासी भारतीयों का आभार व्यक्त किया।
भारत के लोकतंत्र की सराहना
पीएम मोदी ने संबोधन में आगे कहा कि पूरी दुनिया के लिए साल 2024 अहम है। एक तरफ दुनिया के कई देशों के बीच संघर्ष चल है, तनाव चल है। तो दूसरी तरफ डेमोक्रेसी का जश्न चल रहा है। डेमोक्रेसी के इस जश्न में भारत और अमेरिका एक साथ हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। भारत में चुनाव हो चुके हैं। भारत में हुए चुनाव इतिहास के अब तक का सबसे बड़ा चुनाव था। अमेरिका की आबादी से भी दो गुना ज्यादा वोटर्स, पूरे यूरोप की कुल आबादी से ज्यादा मतदाताओं ने भारत में वोट किया।
भारत में हुए चुनाव पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा भारत में लोकतंत्र की मजबूती देखकर हमें और भी गर्व होता है। तीन महीने की मतदान प्रक्रिया, डेढ़ करोड़ लोगों का मतदान दल, 10 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन, 2500 से ज्यादा राजनीतिक पार्टी, अलग-अलग भाषाओं के न्यूजपेपर्स, सैकड़ों न्यूज चैनल, रेडियो स्टेशन, सोशल मीडिया अकाउंट्स भारत की डेमोक्रेसी को वाइब्रेंट बनाते हैं। ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। इस सभी स्तरों से हमारी चुनावी प्रक्रिया गुजरती है। इस बार भारत में कुछ अभूतपूर्व हुआ है।
तीसरे टर्म में सरकार के बड़े लक्ष्य
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों तीसरी बार हमारी सरकार ने वापसी की है। 60 सालों में ऐसा नहीं हुआ था। भारत की जनता के बहुमत के मायने बहुत हैं। तीसरे टर्म में हमें बहुत बड़े लक्ष्य साधने हैं। तीन गुना ताकत और ट्रिपल गति के साथ आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि वह भारत का पहले प्रधानमंत्री हैं, जिसका जन्म आजादी के बाद हुआ है। आजादी के आंदोलन में करोड़ों भारतीयों ने स्वराज्य के लिए जीवन खपा दिया। उन्होंने अपना हित नहीं देखा। बस आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ने चल पड़े थे। उस सफर में किसी को फांसी का फंदा मिला तो किसी को गोली से भून दिया। किसी को जेल में मौत। हम देश के लिए मर नहीं पाए, लेकिन हम देश के लिए जरूर जी सकते हैं। मरना हमारा नसीब नहीं था, जीना हमारा नसीब है।
नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया
अपने राजनीतिक जीवन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मन और मिशन पहले दिन से एक दम साफ रहा है। मैं स्वराज के लिए जीवन नहीं दे पाया, लेकिन मैंने तय किया कि सुराज और स्वराज के लिए जीवन समर्पित करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा रहा, जिसमें मैं सालों-साल तक पूरे देश में घूमता रहा। जहां खाना मिला खा लिया, जहां सोने को मिला सो लिया। समुद्र से लेकर बर्फीली चोटियों तक लोगों से मिला, उन्हें समझा। एक समय वो था जब मैंने कुछ और तय किया था, लेकिन नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया। कभी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा, जब बना तो सबसे ज्यादा समय तक रहने वाला सीएन बन गया। उसके बाद लोगों ने प्रमोशन देकर पीएम बना दिया। देशवासियों ने बहुत भरोसे से मुझे तीसरा कार्यकाल सौंपा है। मैं तीन गुना दायित्व के साथ आगे बढ़ रहा हूं।
आज भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है। भारत ऊर्जा से भरा हुआ है। रोज नए कीर्तिमान बन रहे हैं। आज ही एक अच्छी खबर मिली है। चेस ओलंपियाड में मेंस और वुमेंस दोनों में भारत को गोल्ड मिला है। ये लगभग सौ साल के इतिहास में पहली बार हुआ है। पूरे देश को हमारे चेस प्लेयर्स पर बहुत गर्व है।
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