LUCKNOW. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से धर्मांतरण का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां मौदहा में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता के धर्म परिवर्तन की चर्चा जोरों पर है। शादी के धर्मांतरण करने वाले नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता अब मोहम्मद यूसुफ बन गए है। नायब तहसीलदार की मस्जिद में नमाज पढ़ने का फोटो वायरल हो रहा है। धर्मांतरण का कारण भी हैरान करने वाला है। आशीष गुप्ता ने मुस्लिम लड़की से शादी करने के लिए धर्मांतरण किया है। इस मामले में नया खुलासा हुआ है कि नायब तहसीलदार ने पहले शादीशुदा है और पहले भी प्रेम विवाह किया था। अह दूसरी शादी के लिए धर्म बदल लिया। अब मामले में पहली पत्नी की शिकायत के बाद नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मामले में पुलिस ने आरोपी आशीष समेत को गिरफ्तार किया है।
32 वर्षीय आशीष गुप्ता पर चोरी-छिपे धर्म परिवर्तन कर पहली पत्नी के होते हुए मुस्लिम युवती से दूसरी शादी करने का आरोप है। आशीष की पहली पत्नी आरती गुप्ता के मुताबिक, दो बच्चों के होते हुए भी पति ने दूसरी शादी रचा ली और धर्म बदलकर मोहम्मद यूसुफ बनकर रहने लगा। आरती का आरोप है कि आशीष की नई पत्नी और उसके घरवालों ने बहला-फुसलाकर उसके पति का धर्म परिवर्तन करवाया और फिर उसकी शादी करवा दी। अब पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों पर एक्शन लिया है।
आशीष और आरती ने किया था प्रेम-विवाह
नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता की पारिवारिक पृष्ठभूमि चौंकाने वाली रही है। नायब तहसीलदार बनने से पहले आशीष तीन सरकारी नौकरियां छोड़ चुका था। उसने पहली शादी भी रिश्ते में ही की थी। पिता मामूली व्यवसाय करते थे, लेकिन बीते कुछ सालों में करोड़ों की हैसियत हो गई। उसने पहली शादी रिश्ते में बहन लगने वाली आरती गुप्ता से की थी। आशीष और आरती ने प्रेम-विवाह किया था। इसके बाद मौदहा में आशीष का गैर समुदाय की युवती के साथ प्रेम प्रसंग हो गया। और प्रेम विवाह करने के लिए उसने धर्म परिवतर्न कराया और निकाह कर लिया।
नमाज पढ़ते फोटो वायरल होने पर प्रशासन की उड़ी नींद
कानपुर निवासी नायब तहसीलदार के मामले ने तब तूल पकड़ा जब आशीष गुप्ता की मस्जिद में नमाज पढ़ते हुए फोटो वायरल हुई। इसमें वह सिर पर जालीदार टोपी लगाकर नमाज पढ़ते नजर आ रहा है, पता चला कि आशीष से यूसुफ बन गया और युवती से निकाह कर लिया। जिसके बाद विभाग में भी खलबली मच गई, प्रशासन को जब इसकी सुगबुगाहट हुई तो इसकी जांच के लिए तहसीलदार खुद मौके पर पहुंचे और सच्चाई जानने के बाद उनके खुद के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई, दरअसल मौदहा कस्बे में स्थित मस्जिद के मौलाना ने पुलिस से शिकायत कर कहा कि यहां एक व्यक्ति नमाज पढ़ने आता है, जो अपना नाम मोहम्मद यूसुफ बता रहा है, लेकिन उसको आस-पास के लोग नायब तहसीलदार और हिंदू बता रहे हैं। जिसके बाद तहसीलदार बलराम गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर जब जांच पड़ताल की।
कैसे मिले आशीष और रुखसार
नायब तहसीलदार आशीष गुष्ता और मुस्लिम महिला रुखसार के बीच मुलाकात कुछ महिने पहले हुई थी, जब रुखसार मोहल्ले के चबूतरे को लेकर हुए विवाद की शिकायत करने तहसीलदार आशीष गुप्ता के पास पहुंची थी, इसके बाद दोनों के बीच मोबाइल नंबर का लेना देना हुआ, देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि बुर्के वाली लड़की रोजाना शादीशुदा तहसीलदार के पास आने लगी, इसके बाद उनके कैबिन में भी जाने लगी थी, इस बात को लेकर ऑफिस के अन्य कर्मचारियों ने नकाब पहनकर रोजाना आने वाली रुख्सार का विरोध भी किया था, लेकिन नायब तहसीदार आशीष गुप्ता ने किसी की नहीं सुनी और उसका आना-जाना लगातार जारी रहा, इसी बीच रुखसार के प्यार के लिए आशीष ने किसी की सुनी और घर-परिवार छोड़ा और नौकरी को भी ताक पर रखकर रुखसार से निकाह कर लिया।
पत्नी ने दर्ज कराई FIR, गिरफ्तार
जब आशीष की पत्नी आरती गुप्ता को पति की उसकी दूसरी शादी और धर्म परिवर्तन कर मस्जिद में नमाज पढ़ने की बात पता चली तो वो सीधे कोतवाली पहुंच गई, और मामले में शिकायत की। मामले में आरती की शिकायत पर थाना कोतवाली में पति आशीष और उसकी कथित नई पत्नी रुखसार (25), रुखसार के पिता, मौसा मुन्ना और मस्जिद के दो मौलाना सहित पांच नामजद और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ आशीष को बरगला कर धर्म परिवर्तन का मुकदमा दर्ज करवा दिया है। मामले में पुलिस ने आशीष गुप्ता, लड़की के पिता, चाचा और मौलवी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, फिलहाल जांच जारी है, आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 494 और यूपी गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं नायब तहसीलदार के खिलाफ विभागीय जांच कर कार्रवाई की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।