आगरा. सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। 20 अक्टूबर को युवक के परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आगरा (Agra) में एक्सप्रेसवे पर हिरासत में लिया गया है। इससे पहले प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने ट्विटर पर लिखा कि 'अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। यूपी सरकार (UP Govt) को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है।'
मैं पीछे नहीं हटूंगी- प्रियंका
प्रियंका ने कहा कि आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या आगरा में पुलिस हिरासत में मारे गए अरुण वाल्मीकि (Arun Valmiki) के लिए न्याय मांगना अपराध है? BJP सरकार की पुलिस मुझे आगरा जाने से क्यों रोक रही है। क्यों हर बार न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है? मैं पीछे नहीं हटूंगी। किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है।
वाल्मीकि समाज के युवक की मौत का मामला
पुलिस के मुताबिक, जगदीशपुरा थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी के आरोप में वहां सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाले अरुण को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी। आगरा के SSP मुनिराज ने बताया कि मंगलवार की रात अरुण की निशानदेही पर चोरी के पैसे बरामद करने के लिए उसके घर की तलाशी ली जा रही थी, उसी दौरान आरोपी की तबियत बिगड़ने लगी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के संबंध में आगरा जोन के ADG ने थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। युवक वाल्मीकि समुदाय से आता है। इसी को लेकर प्रदेश में सियासी माहौल गर्म है।