JAIPUR. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के दौरे पर रहेंगे। सीकर में किसान सम्मान निधि की 14वीं किश्त जारी करने के अलावा राजस्थान को 12 मेडिकल कॉलेज की सौगात भी देंगे। यह माना जा रहा है कि राजस्थान के “लाल डायरी” के मुद्दे पर भी PM तीखा हमला कर सकते हैं, लेकिन दूसरी ओर PM MODI के राजस्थान पहुंचने से पहले ही एक बड़ा विवाद सामने आया है। कुछ देर पहले ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट करके प्रधानमंत्री को बताया कि PMO ने उनका स्वागत भाषण हटा दिया है। सीएम अशोक गहलोत ने एक लंबे ट्वीट में लिखा कि पीएमओ के इस निर्णय के बाद वे राजस्थान में प्रधानमंत्री का स्वागत नहीं कर सकेंगे। इधर 10 बजे PMO ने TWEET करके अपना पक्ष रखा और कहा कि आपका स्वागत है...
पढ़िए क्या लिखा सीएम अशोक गहलोत ने…
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, आज आप राजस्थान पधार रहे हैं। आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है। इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा। अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं। आज हो रहे 12 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण और शिलान्यास राजस्थान सरकार व केन्द्र की भागीदारी का परिणाम है। इन मेडिकल कॉलेजों की परियोजना लागत 3,689 करोड़ रुपए है जिसमें 2,213 करोड़ केन्द्र का और 1,476 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान है। मैं राज्य सरकार की ओर से भी सभी को बधाई देता हूं।
TWEET में ही बताईं अपनी मांगें…
- राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने लिखा कि, मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे-
देखें CM का TWEET
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी,
आज आप राजस्थान पधार रहे हैं। आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 27, 2023
PMO का जवाब: आपका स्वागत है…
प्रोटोकॉल के अनुसार, आपको विधिवत आमंत्रित किया गया है और आपका भाषण भी निर्धारित किया गया है। लेकिन, आपके कार्यालय ने कहा कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछली यात्राओं के दौरान भी आपको हमेशा आमंत्रित किया गया है और आपने अपनी उपस्थिति से उन कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाई है। आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आपका स्वागत है। विकास कार्यों की पट्टिका पर भी आपका नाम है। जब तक आपको हाल ही में लगी चोट के कारण कोई शारीरिक परेशानी न हो, आपकी उपस्थिति को बहुत महत्व दिया जाएगा।
Shri @ashokgehlot51 Ji,
In accordance with protocol, you have been duly invited and your speech was also slotted. But, your office said you will not be able to join.
During PM @narendramodi’s previous visits as well you have always been invited and you have also graced those… https://t.co/BHQkHCHJzQ
— PMO India (@PMOIndia) July 27, 2023
अब फिर CM ने दिया जवाब… चिट्ठी साझा की
प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ से जवाब आने के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्थिति को स्पष्ट किया और ट्वीट के माध्यम से ही जवाब देते हुए कहा कि आपके कार्यालय ने तथ्यों से अवगत नहीं कराया है..सीएम की ओर से किए गए ट्वीट में दो पत्र और कार्यक्रम का मिनट 2 मिनट भी साझा किया गया है।
यह लिखा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने
माननीय प्रधानमंत्री जी,
आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया, परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है।
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से भेजे गए प्रस्तावित मिनट टू मिनट कार्यक्रम में मेरा संबोधन रखा गया था। कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा।
मेरे कार्यालय ने भारत सरकार को अवगत करवाया था कि डॉक्टर्स की राय के अनुसार पैर में लगी चोट के कारण मैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में शामिल रहूंगा एवं मेरे मंत्रिगण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे।
अभी भी मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा।
आपके संज्ञान के लिए पूर्व में प्राप्त मिनट टू मिनट एवं मेरे कार्यालय से भेजा गया पत्र साझा कर रहा हूं।
खुद को किसान हितैषी बताने की होड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीकर में किसानों से जुड़ी योजनाएं ही लांच करेंगे। इसकी काट के लिए राजस्थान सरकार की ओर से आज प्रमुख समाचार पत्रों में 4- 4 पेज के बड़े विज्ञापन दिए गए हैं। जिनमें बताया गया है कि राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए क्या निर्णय किए हैं और किस तरह किसानों को फायदा पहुंचाया गया। यानी पीएम के दौरे से पहले ही किसानों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार में यह बताने की होड़ नजर आ रही है कि कौन किसानों का कितना हितैषी है।