कांकेर. छतीसगढ़ सरकार चाइल्ड एजुकेशन को प्रोत्साहित करने के लिए सरस्वती साइकिल योजना चला रही है। लेकिन स्कूल प्रशासन इस अच्छी योजना को पलीता लगाने पर तुला हुआ है। स्कूली छात्राओं को निशुल्क साइकिलें मिलनी है। वहीं शहर का करप हाई स्कूल प्रशासन की इस योजना को चलाने के बहाने 100-100 रुपए की वसूली कर रहा है। वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सभी छात्राओं को पैसे जमा करने को कहा गया। जब यह मैसेज वायरल होने लगा तब आनन-फानन में छात्राओं को यह पैसे लौटाए जाने लगे।
प्रिंसिपल ने मांगे थे 100-100 रुपए
करप हाईस्कूल में छात्राओं को नि:शुल्क साइकिल बांटी जाती थी. इसके लिए स्कूल की 9वीं क्लास की छात्राओं के लिए बने व्हॉट्सऐप ग्रुप में प्रिसिंपल दुर्गा नेताम ने 22 मार्च को मैसेज किया था। इसमें कहा गया कि सभी छात्राएं 100-100 रुपए साइकिल के लिए जमा कर दें। सबका पैसा जमा होने पर ही साइकिल का वितरित की जाएगी। छात्राओं ने रकम जमा भी कर दी। जब मैसेज व्हॉट्ऐप ग्रुप से बाहर आया तो हंगामा शुरू हुआ। बात बिगड़ती देख प्रिसिंपल ने आनन-फानन में बिना कुछ कहे पैसे लौटाना शुरू कर दिया। हालांकि तब तक मैसेज के स्क्रीनशॉट्स वायरल हो चुके थे।
पहले भी मिली थी शिकायतें
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। स्कूल प्रशासन के छात्राओं से उगाही की शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन सबूत सामने नहीं आए थे। छात्राएं भी भविष्य और कैरियर के चलते कहीं शिकायत नहीं कर पा रही हैं। अब करप हाई स्कूल में वसूली की नई घटना ने सरस्वती साइकिल योजना की पूरी पोल खोल कर रख दी है। करप की प्राचार्य ने बाकायदा छात्राओं के व्हॉट्सऐप ग्रुप में वसूली का मैसेज पोस्ट कर रकम की मांग की है। जिसमें उनका मोबाइल नंबर भी है।
मामले की जांच जारी
करप हाईस्कूल में छात्राओं से साइकल के लिए पैसे लेने की शिकायत मिलने पर नरहरपुर बीईओ ने जांच के आदेस दिए हैं। पैसे लेने के सबूत तलाशे जा रहे हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।