SRINAGAR. कश्मीर के पुलवामा जिले में आत्मघाती हमले की आज (14 फरवरी) को चौथी बरसी है। 2019 में हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ के लेथपोरा कैंप में स्थित शहीद स्मारक पर 40 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सीआरपीएफ जम्मू-कश्मीर के स्पेशल डीजी दलजीत सिंह चौधरी भी शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। एक रक्तदान शिविर के साथ विशेष हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। चार साल पहले हुए इस आतंकी हमले की पहली बरसी पर शहादत देने वाले 40 सीआरपीएफ जवानों की याद में स्मारक स्थल का लेथपोरा में उद्घाटन किया गया था।
यह स्मारक सीआरपीएफ की 185 बटालियन कैंप में स्थापित किया गया है, जहां जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने विस्फोटक से भरी कार को सुरक्षाबलों के काफिले से टकरा दिया था। स्मारक पर उन सभी 40 जवानों की तस्वीरों के साथ उनके नाम और सीआरपीएफ का ध्येय वाक्य सेवा और निष्ठा भी लिखा किया गया है।
मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- हम अपने उन बहादुर जवानों को याद कर रहे हैं, जिन्होंने पुलवामा में अपनी जान गंवा दी। उनके बलिदान को हम कभी भुला नहीं पाएंगे। उनका साहस, शौर्य देश को मजबूत और विकसित बनाएगा।
Remembering our valorous heroes who we lost on this day in Pulwama. We will never forget their supreme sacrifice. Their courage motivates us to build a strong and developed India.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2023
4 साल पहले ये हुआ था
14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3.00 बजे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CPRF) के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी। पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश के आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। CRPF के काफिले में 78 बसें थीं। इस अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। काफिले में सीआरपीएफ के करीब 2500 जवान जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे। भारत ने महज 12 दिनों में ही पाक से बदला ले लिया। भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश के आतंकियों के ठिकाने नेस्तनाबूत कर दिए।
हमले के बाद 17 फरवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि मैं अपने दिल में वही आग महसूस करता हूं, जो आपके अंदर भड़क रही है। उन्होंने कहा था- हर आंसुओं का बदला लिया जाएगा और सशस्त्र बलों को दुश्मन के खिलाफ प्रतिशोध की जगह, समय को तय करने की पूरी आजादी दी गई है।
26 फरवरी, 2019 को रात के तकरीबन तीन बजे एयरपोर्ट के 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) को पार करके बालाकोट स्थित जैश के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, इस हमले में पाकिस्तान द्वारा पोषित 300 आतंकी मारे गए थे। एयरस्ट्राइक में तकरीबन हजार किलो बम आतंकी ठिकानों पर बरसाए गए थे। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से बदला लेने का प्लान बनाने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए अजीत डोभाल को दी थी। उनके अलावा, तत्कालीन वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने भी एयरस्ट्राइक में अहम भूमिका निभाई थी।