CHANDIGARH. खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह फिलहाल पुलिस की पकड़ से फरार है। पुलिस उसे भगौड़ा घोषित कर जोर-शोर से उसकी तलाश कर रही है। पूरे पंजाब में अलर्ट है। इस बीच अमृतपाल के ड्राइवर और उसके चाचा ने आत्मसमर्पण कर दिया है। अमृतपाल मामले को लेकर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट सख्त हो गया है। कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है। कहा कि ये खुफिया तंत्र की नाकामी है। हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस से सवाल किया है कि राज्य के 80 हजार पुलिसकर्मी क्या कर रहे हैं।
चार दिन बाद होगी अगली सुनवाई
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट की फटकार को लेकर सरकार ने कहा है कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है और पूरी कोशिश हैं कि जल्द से जल्द अमृतपाल सिंह को पकड़ा जाए। बता दें कि इस मामले की अगली सुनवाई अब चार दिन बाद होगी। हाईकोर्ट ने सरकार से इस मुद्दे पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है।
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हरजीत सिंह को लेकर जेल पहुंची पुलिस
पंजाब पुलिस की एक टीम खालिस्तान समर्थक नेता हरजीत सिंह को लेकर 21 मार्च, मंगलवार की सुबह डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल पहुंच गई है। असम पुलिस की सुरक्षा में टीम गुवाहाटी से सड़क मार्ग से सुबह 7:10 बजे जेल पहुंची।
पंजाब में भगोड़ा घोषित है अमृतपाल सिंह
पंजाब में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को 19 मार्च को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए मेगा सर्च ऑपरेशन चलाया था। पुलिस ने अमृतपाल सिंह को पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वो पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। पंजाब में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। अमृतपाल सिंह की गाड़ी नकोदर में खड़ी हुई मिली थी। उसका मोबाइल फोन भी गाड़ी में रखा था।
78 समर्थक किए गए थे गिरफ्तार
खालिस्तानी समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' के मुखिया अमृतपाल सिंह के 78 समर्थकों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके साथ ही कई अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी और बॉडीगार्ड्स को भी गिरफ्तार किया गया था।