NEW DELHI. राहुल गांधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चर्चा में हैं। कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा जम्मू पहुंच-कश्मीर पहुंच चुकी है। 30 जनवरी को वे श्रीनगर में यात्रा का समापन करेंगे। इस बीच, राहुल ने यूट्यूब चैनल कर्ली टेल्स को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने अपनी पसंद-नापसंद, राजनीति, शादी, फिलॉसफी, कॉलेज, पहली नौकरी पर बात की। राहुल का ये इंटरव्यू 22 जनवरी को रिलीज किया गया था।
राहुल को क्या पसंद और क्या नहीं
कटहल और मटर पसंद नहीं है। जब मैं घर पर होता हूं तो खाने-पीने को लेकर काफी सख्त हूं। भारत जोड़ो यात्रा में कोई चॉइस नहीं है। यात्रा के दौरान जो भी मिला, खा लेता हूं। मैं कश्मीरी पंडित के घर में पैदा हुआ। पापा के पिता पारसी थे तो घर में सामान्य खाना बनता है। लंच में देसी खाना होता है और रात में कॉन्टीनेंटल खाना बनता है। इसक्रीम सबसे ज्यादा पसंद है। खाने में तंदूरी खाना चिकन टिक्का, सीख कबाब और ऑमलेट पसंद है। पहले पुरानी दिल्ली जाता था। अब मोती महल जाता हूं। कभी-कभी सागर, स्वागत और सर्वना भवन भी जाता हूं।
पहले बोर्डिंग में रहे, फिर घर में ही पढ़ाई हुई, दिल्ली, अमेरिका और कैंब्रिज में भी पढ़े
इंटरव्यू में राहुल ने बताया- पहले बोर्डिंग स्कूल में था। दादी की हत्या से पहले हमें वहां से निकाल लिया गया। इसके बाद घर पर स्कूलिंग शुरू हुई, क्योंकि सिक्योरिटी रीजन के चलते हमें स्कूल जाने की परमीशन नहीं थी। सेंट स्टीफन कॉलेज भी गया, वहां हिस्ट्री की पढ़ाई की। इसके बाद मैं हार्वर्ड यूनिवर्सिटी चला गया, वहां मैंने इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स पढ़ी। फिर पापा की मौत हो गई। इसके बाद मैं अमेरिका के रोलिंस कॉलेज गया, यहां मैंने इंटरनेशनल रिलेशन, इकोनॉमिक्स पढ़ी। मैंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया है।
A future vision for India which
1. Transforms the education system
2. Supports the production system
3. Protects the people & enhances their potential
is what @RahulGandhi has in mind.#BharatJodoYatra pic.twitter.com/bmhBB0OLfs
— Bharat Jodo (@bharatjodo) January 22, 2023
लंदन में पहली नौकरी, दादी की मौत के बाद सब बदल गया
पहली नौकरी लंदन में मॉनीटर कंपनी में की थी। ये एक स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग कंपनी थी। तब जो सैलरी मिलती थी, वह उस वक्त के हिसाब से काफी थी। वो सारा पैसा घर का किराया और दूसरी चीजों में खर्च हो गया था। उस दौरान मुझे 3000 से 2,500 पाउंड सैलरी मिलती थी। तब मैं 25 साल का था। मैं एक राजनीतिक परिवार से आता हूं। छोटा था तो डाइनिंग टेबल पर पॉलिटिक्स के कई मुद्दों, इंडिया और जो भी उस वक्त चल रहा होता था उस पर चर्चा होती थी। दादी की मौत के बाद सब कुछ बदल गया। पापा की मौत का भी कुछ इम्पैक्ट पड़ा।
राहुल को ऐसी लड़की चाहिए, गुस्सा होने पर क्या करते हैं
राहुल कहते हैं कि जब कोई सही लड़की मिलेगी तो शादी कर लूंगा। शर्त यही है कि लड़की लविंग और इंटेलिजेंट होनी चाहिए। मेरे माता-पिता की शादी शानदार रही थी। मैं भी ऐसे ही किसी जीवन साथी की तलाश में हूं। ज्यादा गुस्सा आने पर मैं एकदम चुप हो जाता हूं या फिर डोंट डू दैट (ऐसा मत करो) कहता हूं। पहले मैं और बहन बहुत लड़ते थे, लेकिन पापा की मौत के बाद लड़ना बंद कर दिया।
बिस्तर के पास ये रखते हैं
पासपोर्ट, ID, रुद्राक्ष, शिव और बुद्ध की तस्वीरें। इसके साथ ही पर्स और फोन भी होता है। सोशल मीडिया ज्यादा यूज नहीं करता। सिर्फ वॉट्सऐप यूज करता हूं।
प्रधानमंत्री बनेंगे तो क्या करेंगे?
मैं एजुकेशन सिस्टम को ट्रांसफॉर्म करना चाहूंगा। छोटे-मोटे व्यापार में लगे लोगों की मदद करना चाहूंगा। इस समय इन लोगों को बड़े व्यापार में ले जाने की जरूरत है। जो लोग बुरे वक्त से गुजर रहे हैं जैसे किसान, मजदूर और बेरोजगार युवा, इन्हें सुरक्षा देना चाहूंगा।
इसलिए शुरू की भारत जोड़ो यात्रा
हमारी संस्कृति में तपस्या का बहुत महत्व है। किसी भी काम को करने में आने वाली कठिनाइयां एक तरह की तपस्या है। किसी ने केरल से यात्रा को जॉइन किया, किसी ने मध्य प्रदेश से जॉइन किया, कोई पूरे रास्ते साथ रहा। लोगों से सीखने को मिल रहा है, उनसे बातचीत हो रही है। लोगों के दिल में जो दर्द है, वो समझ में आ रहा है। यात्रा के दौरान धैर्य बहुत बढ़ गया है।