KERALA. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने घुटने का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज कराने के लिए बीते शुक्रवार 21 जुलाई को केरल के कोट्टक्कल आर्य वैद्यशाला पहुंचे। ये आयुर्वेदिक संस्थान 100 साल पुराना है। राहुल गांधी 1 हफ्ते से ज्यादा समय तक इस आयुर्वेदिक संस्थान रहेंगे।
कार्किडका पद्धति से होगा राहुल गांधी का इलाज
राहुल गांधी का उपचार कार्किडका चिकित्सा पद्धति से होगा। कार्किडका चिकित्सा इलाज करने की एक पद्धति है। कार्किडका चिकित्सा एक परंपरा भी है जो केरल में कई सदियों से चली आ रही है। कार्किडका उपचार पद्धति इलाज कराने वाले व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत करती है।
क्या है कार्किडाका ?
आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से कार्किडाका को केरल में साल का सबसे चुनौतीपूर्ण महीना माना जाता है। ये एक ऐसा महीना है जब बीमारियों, दुर्घटनाओं और अप्राकृतिक कारणों से होने वाली मौतें सबसे ज्यादा होती हैं। कार्किडाका महीने में मानव बुखार, संक्रमण, गठिया, एलर्जी, अस्थमा आदि सहित कई अन्य बीमारियों से पीड़ित होते हैं। इस महीने के नाम से ही चिकित्सा पद्धति का नाम कार्किडका रखा गया है।
कार्किडका उपचार के दौरान पालन किए जाने वाले अभ्यास
- व्यक्ति को रोजाना कम से कम 2 लीटर गुनगुना पानी पीना चाहिए।
आर्य वैद्य शाला 100 साल पुरानी
केरल के मलप्पुरम जिले के कोट्टक्कल में पीएस वारियर ने 1902 में आर्य वैद्यशाला की स्थापना की थी। ये संस्थान दुनियाभर के रोगियों को आयुर्वेदिक इलाज और दवाएं देता है। कोट्टक्कल, कांजीकोड और नंजनगुड में आर्य वैद्य शाला की मेडिसिन मेनुफैक्चरिंग यूनिट है, जो 550 से ज्यादा आयुर्वेदिक दवाएं बनाती है।