NEW DELHI. ओडिशा में बालासोर ट्रेन हादसे की जांच CBI करेगी। रेलवे बोर्ड ने इसे लेकर सिफारिश कर दी है। इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने दी।रविवार (4 जून) की सुबह घटना स्थल का जायजा लेने के बाद रेल मंत्री ने कहा था कि- इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से एक्सीडेंट हुआ। जिम्मेदारों की पहचान भी कर ली गई है। वहीं शाम को रेल मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना की सीबीआई जांच की बात कही।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि सबकुछ ध्यान में रखते हुए अभी तक जो भी जानकारी मिली है, उसको देखते हुए आगे की जांच के लिए रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। शुरुआती रिपोर्ट में सामने आया है कि सिग्नल की दिक्कत की वजह से यह हादसा हुआ। रेलवे बोर्ड के अधिकारी का दावा है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस की स्पीड 128 किलोमीटर प्रति घंटे थी, जबकि यशवंतपुर एक्सप्रेस की स्पीड 126 किलोमीटर थी। हादसे के दौरान मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी है। सबसे ज्यादा नुकसान कोरोमंडल एक्सप्रेस को हुआ है।
तेज गति से चल रहा सुधार कार्य
रेल मंत्री ने कहा कि- दो मुख्य लाइनों में पटरी का काम पूरा हो गया है। बिजली की लाइनों पर काम चल रहा है। अस्पतालों में घायलों का अच्छा इलाज चल रहा है। जो लोग इस हादसे में घायल हुए या जान गंवाई उनके परिजन से जुड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
विपक्ष ने मांगा इस्तीफा
रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 275 बताई जा रही है। 1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मामले में रेल मंत्री का इस्तीफा मांगा है। इस बीच केंद्रीय मंत्रियों की टीम ओडिशा में लगातार कैंप कर हालात को संभालने की कोशिश में जुटी है।
ममता बनर्जी ने साधा रेल मंत्री पर निशाना
इस घटना के बादज ममता बनर्जी ने रेल मंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कल मेरे साथ रेल मंत्री और धर्मेंद्र प्रधान दोनों खड़े थे लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, मैं बहुत कुछ कह सकती थी क्योंकि मैं खुद रेल मंत्री रही हूं। कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस में एंटी कोलिशन डिवाइस क्यों नहीं था? रेलवे को सिर्फ बेचने के लिए छोड़ दिया है। ममता यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने कहा कि मेरे पास एक मैसेज आया जिसमें एक बड़ी लिस्ट थी कि नीतीश, लालू और मेरे समय में कितने लोग मारे गए? क्या कभी इन लोगों ने सोचा कि मैंने अपने समय में रेलवे को कितना आधुनिक किया।