NEW DELHLI/ BHOPAL. उत्तर भारत में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने तबाही मची है। हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पांच जगह बादल फट गए। इससे कई जगह सड़कें टूट गईं और हाईवे पर मलबे से ट्रैफिक बंद हो गया है। हरियाणा-पंजाब में भारी बारिश से नदियां उफना गई हैं। हथिनीकुंड बैराज से शनिवार (22 जुलाई) को छोड़े 2.23 लाख क्यूसेक पानी से हिंडन और यमुना का जलस्तर और बढ़ना शुरू होगा। यमुना का जलस्तर 205.75 मीटर दर्ज किया गया है। इससे ग्रेटर नोएडा के कुछ सेक्टरों में पानी भरने और दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ का खतरा और नागरिकों की मुश्किलें दोनों बढ़ने लगी हैं। वहीं दिल्ली में पिछले दिनों भरा बाढ़ का पानी अभी सूखा भी नहीं है। मध्य प्रदेश में मॉनसून मेहरबान है। प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में बीत कुछ दिनों से झमाझम बारिश का दौर जारी है। वहीं छत्तीसगढ़ में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में बादल फटने से नदी नाले उफान पर, लोगों ने घरों से भागकर जान बचाई
उत्तराखंड के पुरोला में शुक्रवार (21 जुलाई) देर रात बादल फटने से छाड़ा खड्ड, कमल नदी, माल गाड़ सहित कई गदेरे (छोटे नाले) उफान पर आ गए। घरों में पानी और मलबा घुस गया। लोगों ने घरों से भागकर जान बचाई। नहरें, सड़क और पुल सब क्षतिग्रस्त हो गए। गाड़ियां और मोटर साइकिलें बह गईं। हिमाचल के शिमला और कुल्लू में बादल फटने से खासी तबाही हुई। शिमला के रोहड़ू में एक ढाबे में मौजूद दादा-दादी और पोते बह गए। जबकि कोटखाई में भूस्खलन की चपेट में आकर दो लोग मारे गए। उधर, लेह और डोडा में भी बादल फटने से हालात बिगड़ गए हैं। हिमाचल में बारिश से पंजाब में रावी, सतलुज, ब्यास और घग्गर का जलस्तर फिर बढ़ गया। हरियाणा के घग्गर में तेज बहाव से सिरसा में मल्लेवाला, चामल और बाजेकां गांव में तटबंध टूट गए।
यमुनोत्री हाईवे समेत 299 सड़कें बंद, लद्दाख में बाढ़
यमुनोत्री हाईवे समेत 299 सड़कें बंद हैं। केदारनाथ हाईवे पर भी कई जगह मलबा आया है, लेकिन भूस्खलन वाले क्षेत्रों में जेसीबी की मदद से हाईवे खोल दिया गया है। बीते 24 घंटों में 41.1 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 196 फीसदी अधिक है। रविवार को भी भारी बारिश का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी का जलस्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। डोडा में चिराला तहसील का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। बादल फटने से लद्दाख के लेह में बाढ़ के हालात हैं।
हिमाचल की रेणुका झील में 5 फुट पानी बढ़ा, कोटावली नदी में फंसी बस
हिमाचल प्रदेश में 696 सड़कें बंद हैं। सिरमौर की ऐतिहासिक रेणुका झील का जलस्तर पांच फुट बढ़ गया, जिससे दुकानों और आश्रमों में पानी भर गया। कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग वनवे कर दिया गया है। शिमला-किन्नौर और नाहन-शिमला एनएच ठप रहे। गगल व भुंतर हवाईअड्डे में हवाई सेवाएं बंद रहीं। उधर, बिजनौर की कोटावली नदी में सुबह आठ बजे अचानक उफान से यूपी के रुपईडीहा (बहराइच) से हरिद्वार जा रही रोडवेज बस फंस गई। इससे चालक और परिचालक समेत 43 यात्रियों की जान पर बन आई। बस को क्रेन से किसी तरह नदी में बहने से रोका गया और करीब तीन घंटे तक चले अभियान में जेसीबी से सवारियों को बाहर निकाला गया।
दिल्ली में पानी की निकासी के लिए सरकार तैयार
दिल्ली सरकार ने कहा कि हथिनीकुंड बैराज से पानी दिल्ली पहुंचने पर यमुना खादर में बाढ़ आ सकती है। ऐसे में सतर्कता बरती जा रही है। संवेदनशील इलाकों में तत्काल निकासी करने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। राहत शिविरों का निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने व अफसरों से सहयोग की अपील की है।
गाजियाबाद में 9 कॉलोनियां डूबीं
गाजियाबाद में हिंडन नदी का पानी बढ़ने से करहेड़ा की नौ कॉलोनियां डूब गईं। इससे 800 से अधिक परिवारों को घर छोड़कर राहत शिविरों या दूसरे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी। हिंडन के बढ़ते जलस्तर को देख ग्रेटर नोएडा में प्रशासन ने जिला प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया है। डूब क्षेत्र तत्काल खाली कर लोगों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की अपील की है। नदी में गाजियाबाद बैराज से सामान्य की अपेक्षा दोगुना पानी छोड़ा जा रहा है।
इंदौर में आज भारी बारिश की चेतावनी
इंदौर में शनिवार को हुई बारिश ने शहर के विकास की पोल खोल दी। रविवार को भी इंदौर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। शहर के बीआरटीएस रूट पर शिवाजी प्रतिमा चौराहा, गीता भवन, पलासिया, आईजी, विजय नगर के साथ रिंग रोड के खजराना चौराहे पर भारी जल भराव हो गया। एबी रोड में बारिश बंद होने के करीब 5 घंटे तक पानी भरा रहा। नवलखा के पास अग्रवाल नगर में पेड़ कार पर गिकने से कार दो भागों में बंट गई। हादसे के समय कार में कोई सवार नहीं था। हालांकि दो बाइक सवार बाल बाल बच गए है।