राष्ट्रीय राजमार्ग : छत्तीसगढ़ में इकोनॉमिक कॉरिडोर के दोनों तरफ जमीन खरीदी बिक्री पर रोक

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राष्ट्रीय राजमार्ग : छत्तीसगढ़ में इकोनॉमिक कॉरिडोर के दोनों तरफ जमीन खरीदी बिक्री पर रोक

रायपुर। मुंबई से कोलकाता जाने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। मुंबई से आने वाले यात्रियों को अब रायपुर और दुर्ग शहर में ट्रैफिक की समस्या से नहीं जुझना पड़ेगा। यात्री अब आसानी से दुर्ग निकल जाएंगे क्योंकि राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण द्वारा भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत दुर्ग से लेकर रायपुर तक इकोनॉमिक कॉरिडोर निर्माण कर रहा है। राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण द्वारा इसकी ड्राइंग डिजाइन बनाकर दिल्ली भेजी गई है।दिल्ली से हरी झंडी मिलने पर इसका काम शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ इकोनॉमिक कारिडोर के अंतर्गत रायपुर जिले में आने वाले तकरीबन तीन से चार दर्जन गांव प्रभावित हो रहे हैं। इकोनॉमिक कारिडोर के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी में जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई है। गौरतलब है कि टेडेसरा से रायपुर तक करीब 92.23 किलोमीटर का कारिडोर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इस कारिडोर के निर्माण में तकरीबन 2281 करोड़ से किया जाएगा।राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण द्वारा इसकी कार्य योजना पूरी कर ली गई है। विभाग द्वारा टेडेसरा और दुर्ग की तरफ अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके दायरे में रायपुर जिले करीब दो दर्जन से अधिक गांवों के किसानों और शासकीय और पड़त की जमीन आ रही है।दोनों तरफ 100 मीटर की जमीन की रजिस्ट्री पर रोक रायपुर जिले में इस प्रोजेक्ट के तहत अभनपुर ब्लाक के 20 से ज्यादा गांव आ रहे हैं। प्रोजेक्ट के अंतर्गत दोनों तरफ सौ मीटर की जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई है। किसान जमीन नहीं बेंच सकेंगे।

यात्रियों को नहीं फंसना पड़ेगा ट्रैफिक में

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि भिलाई के बीच शहर से होकर नेशनल हाइवे गया है। मुंबई हावड़ा मार्ग होने की वजह से चौबीस घंटे बड़ी गाड़ियां शहर के बीच से होकर गुजरती हैं। इससे जहां अक्सर सड़क हादसे की आशंका बनी रहती है तो वहीं लोगों को रोजाना जाम से दो चार होना पड़ रहा है। इकोनॉमिक कारिडोर का निर्माण होने से जहां सड़क हादसे पर लगाम लगेगा तो वहीं जाम से भी छुटकारा मिलेगी। 

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