JAIPUR. राजस्थान सरकार ने फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच जानवरों की आंखों और पैरों के निशानों से फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में होगी।
यह मामला पाकिस्तान की सीमा से लगे सांचौर और अन्य जिलों में सामने आया है। यहां इंसानी बायोमेट्रिक्स की जगह जानवरों की आंखों की पुतलियों और पैरों के निशानों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
जांच के लिए अभियान चलाएगी सरकार
राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा में कहा कि पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती जिलों में इंसानों की जगह जानवरों की आंखों और पैरों के निशान का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सरकार ई-मित्र/ आधार ऑपरेटरों द्वारा फर्जी आधार कार्ड बनाने की जांच के लिए सर्च टीम गठित करते हुए राज्यव्यापी अभियान चलाएगी।
14 आधार केंद्रों का रजिस्ट्रेशन रद्द
आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था UIDAI ने 14 आधार केंद्रों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। UIDAI ने तकनीकी स्तर की जांच की और कारण बताओ नोटिस जारी किया था। आईटी और संचार विभाग राजस्थान में आधार केंद्रों के संचालन की जांच कर रहा है। मंत्री पटेल ने कहा कि दोषी आधार ऑपरेटरों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह जवाब में कांग्रेस विधायक रतन देवासी द्वारा राज्य विधानसभा में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के आया है।
कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने उठाया मुद्दा
दरअसल, रानीवाड़ा से कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड बनवाने के लिए जानवरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्कूल के बच्चों से 200 रुपए में फिंगरप्रिंट लिए जा रहे हैं। आधार कार्ड बनाते समय फोटो खींचने के लिए आईरिस स्कैनर को उल्टा रखा जा रहा है।
सांचौर में FIR दर्ज, संदिग्ध गिरफ्तार
मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यूआईडीएआई द्वारा मामले की जांच किए जाने के बाद ई-मित्र ऑपरेटरों द्वारा फर्जी आधार कार्ड जारी करने के संबंध में सांचौर में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। धोखाधड़ी के सिलसिले में सांचौर में मनोहर लाल नामक एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है।
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