Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर जिले के फलोदी क्षेत्र से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एक माता-पिता ने अपने तीन मासूम बच्चों को पहले जहर दिया और फिर गला रेत दिया।इसके बाद उन्होंने खुद भी आत्महत्या (suicide) करने की कोशिश की। यह दर्दनाक वारदात फलोदी के कालू पाबूजी गांव में 15 अप्रैल को हुई। बच्चों की उम्र मात्र 9, 5 और 3 साल थी। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने जब नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए।
शिवलाल मेघवाल उत्तराखंड में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में ड्राइवर के रूप में काम करता था और हाल ही में छुट्टी पर घर लौटा था। उसकी पत्नी जतना गृहिणी थी। गांववालों का कहना है कि यह परिवार आम तौर पर शांत स्वभाव का था और किसी विवाद में नहीं पड़ता था।
पड़ोसियों ने पहुंचाया अस्पताल
घर से शोरगुल सुनायी देने पर जब पड़ोसी मौके पर पहुँचे तो देखा कि तीनों बच्चे खून से लथपथ अवस्था में मृत पड़े थे और शिवलाल मेघवाल (35) व उनकी पत्नी जतनो देवी बेहोश थे। दोनों की नसें कटी हुई थीं और खून बह रहा था।108 एंबुलेंस की मदद से उन्हें तुरंत फलोदी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
खतरे से बाहर हैं दंपति
सूचना मिलते ही लोहावट थाना, देचू उपखंड अधिकारी, और फलोदी एसपी पूजा अवाना मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने घटनास्थल से धारदार हथियार, ज़हर की बोतल, ब्लेड और अन्य सबूत बरामद किए हैं। एसपी ने बताया कि दंपती की हालत अब खतरे से बाहर है, लेकिन वे पूछताछ के लिए फिट नहीं हैं। दोनों को जोधपुर रेफर किया गया है। पुलिस ने घरेलू कलह को संभावित कारण माना है, लेकिन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। पूजा अवाना ने बताया कि बच्चों को मारने से पहले आरोपी शिवलाल का उनकी पत्नी के साथ झगड़ा हुआ था।
हत्या के पीछे ये हो सकता है कारण
दोनों ने बच्चों को ज़हर देने के बाद उनकी हाथ की नसें काटीं फिर गला काट दिया। उसके बाद खुद आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस को शक है कि मानसिक तनाव, आर्थिक दबाव या आपसी कलह इस क्रूर कदम का कारण हो सकते हैं। प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि बच्चों को पहले जहर दिया गया और फिर धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई।