JAIPUR. राजस्थान में मंत्रिमंडल से बर्खास्त हुए राजेंद्र गुढ़ा के पहुंचते ही राजस्थान विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। जिसके बाद बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा और बीजेपी विधायक मदन दिलावर को विधानसभा के शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव लाया गया और हंगामे के बीच ही इस प्रस्ताव को पारित कर दोनों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने 2 अगस्त 11 बजे तक के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
अनुशासनहीनता को लेकर किया गया निलंबित
दिनभर चले हंगामे के बाद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने गुढ़ा और बीजेपी विधायक मदन दिलावर को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने पारित कर दिया। जिसके बाद बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा और बीजेपी विधायक मदन दिलावर को अनुशासनहीनता करने पर विधानसभा के मौजूदा सत्र की शेष अवधि लिए निलंबित कर दिया है। अब वे विधानसभा की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे। उन्हें विधायक के तौर पर मिलने वाली सुविधाएं भी फ्रीज रहेंगी।
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निलंबन प्रस्ताव में राजेंद्र गुढ़ा पर आरोप
निलंबन प्रस्ताव में राजेंद्र गुढ़ा पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने शांति धारीवाल के साथ हाथापाई करने की कोशिश की और उनका आचरण गैर मर्यादित और अनुशासनहीनता वाला था। इसके साथ ही मदन दिलावर पर भी आसन की अवहेलना करते रहने और धारीवाल के साथ दुर्व्यवहार करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए निलंबित किया गया है। विधानसभा में सत्ता पक्ष की ओर से ही तीन संकल्प भी रखे गए जिसमें मणिपुर हिंसा के मामले में वहां की जनता की सहायता करने, देश के किसानों को कर्ज से राहत देने के लिए ऋण राहत योजना लागू करने तथा देश में हुई जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक करने और नई जातिगत जनगणना कराने का संकल्प शामिल है।