RBI ने मौद्रिक नीति का किया ऐलान, दरों में बदलाव नहीं होने से जनता को मिली राहत, कर्ज नहीं होंगे महंगे और ईएमआई भी नहीं बढ़ेगी

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The Sootr
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RBI ने मौद्रिक नीति का किया ऐलान, दरों में बदलाव नहीं होने से जनता को मिली राहत, कर्ज नहीं होंगे महंगे और ईएमआई भी नहीं बढ़ेगी

NEW DELHI. चालू वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्रीय बैंक RBI ने अपनी पहली मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया है। इस बार आरबीआई ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बना हुआ है।  यानी इसका मतलब यह है कि कर्ज और महंगे नहीं होंगे और आपकी ईएमआई भी नहीं बढ़ेगी।




— ReserveBankOfIndia (@RBI) April 6, 2023



आरबीआई गवर्नर ने घोषणा में क्या कहा?




  • रेपो रेट में बदलाव नहीं: आरबीआई गवर्नर के अनुसार इस बार एमपीसी की बैठक में ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। लागतार छह बार रेपो रेट बढ़ाने के बाद इस बार इसे 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है। 


  • महंगाई दर में कमी का अनुमान: कोर महंगाई दर अभी भी ऊपरी स्तर पर बनी हुई है। हालांकि, FY24 में महंगाई में कमी आ सकती है। FY24 का CPI महंगाई दर का अनुमान 5.3% से घटाकर 5.2% किया गया है।

  • जीडीपी 6.5% रहने का अनुमान: FY24 में 6.5% विकास दर रहने का अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि Q4 में निजी खपत में कमी आई है। हालांकि, बेहतर रबी फसल से ग्रामीण क्षेत्रों में मांग सुधरने की उम्मीद है। 

  • ब्याज दर स्थिर रखने के पक्ष में एमपीसी के सभी पक्षः केंद्रीय बैंक के मौद्रिक नीति समिति के 6 में से 5 सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में रहे, जबकि सभी सदस्यों ने रेपो रेट अपरिवर्तित रखने के फैसले का समर्थन किया। 

  • चालू खाता घाटा काबू में रहने की उम्मीद: चालू वित्त वर्ष के दौरान करेंट अकाउंट डिफिसिट (चालू खाता घाटा) काबू में रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि  FY23 के अप्रैल-दिसंबर में चालू खाता घाटा GDP का 2.7 फीसदी रहा। 

  • रुपए की स्थिरता पर आरबीआई की नजर: लिक्विडिटी मैनेजमेंट पर केंद्रीय बैंक की नजर बनी हुई है। रुपए की स्थिरता बनाए रखने के लिए आरबीआई लगातार कोशिश कर रहा है। साथ ही आरबीआई गवर्नर ने कंपनियों को कैपिटल बफर बनाने की सलाह दी है। 

  • यूपीआई को बढ़ावाः यूपीआई पर बोलते हुए कहा कि यूपीआई के जरिए पहले से मंजूर क्रेडिट लाइन को आगे बढ़ाया जाएगा।

  • नहीं बढ़ेगी होम लोन की ईएमआईः आरबीआई की ओर से रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने से एक बात साफ हो गई है कि इससे आपके होम लोन की ईएमआई कुछ महीनों तक अपरिवर्तित रह सकती है।

  • महंगाई से दो-दो हाथ जारीः रिटेल महंगाई दिसंबर 2022 से बढ़ रही है, पर केंद्रीय बैंक इसे नियंत्रण में रखने के लिए लड़ाई जारी रखे हुए है।

  • कौटिल्य और गांधी को किया यादः आरबीआई गवर्नर ने अपने वक्तव्य के दौरान कौटिल्य और महात्मा गांधी को भी याद किया।



  • एक्सपर्ट को रेपो रेट बढ़ने का था अनुमान



    RBI के फैसले से पहले एक्सपर्ट अनुमान लगा रहे थे कि रेपो रेट में 0.25% का इजाफा किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में फेडरल रिजर्व, यूरोपियन सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैंड समेत दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंकों ने ब्‍याज दरें बढ़ाई थीं।



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    महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है रेपो रेट



    RBI के पास रेपो रेट महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है। रेपो रेट ज्यादा होगा तो बैंकों को RBI से मिलेने वाला कर्ज महंगा होगा। बदले में बैंक अपने ग्राहकों के लिए लोन महंगा कर देते हैं। इससे इकोनॉमी में मनी फ्लो कम होता है। मनी फ्लो कम होता है तो डिमांड में कमी आती है और महंगाई घट जाती है। इसी तरह जब इकोनॉमी बुरे दौर से गुजरती है तो रिकवरी के लिए मनी फ्लो बढ़ाने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में RBI रेपो रेट कम कर देता है। इससे बैंकों को RBI से मिलने वाला कर्ज सस्ता हो जाता है और ग्राहकों को भी सस्ती दर पर लोन मिलता है। 



    रेगुलर मानसून ईयर में महंगाई कम होने की मदद



    वायसरॉय प्रॉपर्टीज के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर साइरस मोदी के मुताबिक, इकोनॉमी में सुधार के संकेत दिख रहे हैं, लेकिन सेंट्रल बैंक महंगाई को काबू में रखना चाहता है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आगे चलकर RBI इस स्तर पर दरों को रोक देगा और कैलेंडर ईयर 2025 से दरों को कम करना शुरू कर देगा। सेंट्रल बैंक का लक्ष्य ग्रोथ रेट और महंगाई के बीच संतुलन बनाना है। हमें उम्मीद है कि एक रेगुलर मानसून ईयर महंगाई को कम करने में मदद करेगा, जिससे ब्याज दरों में कमी आएगी।



    मौद्रिक नीति को लाइव कहां देखें?



    आज आरबीआई की मौद्रिक नीति के फैसलों को आप लाइव देखने के लिए YouTube पर देख सकते हैं। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक के फेसबुक पेज पर एक साथ स्ट्रीम किया जाएगा। जबकि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का देश के नाम संबोधन सेंट्रल बैंक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल @RBI पर भी स्ट्रीम किया जाएगा।


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