Prayagraj. उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ उमेश पाल हत्याकांड मामले में अब तक 4 लोगों का एनकाउंटर कर चुकी है। हालांकि झांसी में हुए एनकाउंटर के मामले में वहां के डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट एनकाउंटर की घटना की जांच करेंगे। वहीं अब एसटीएफ का अगला निशाना उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े दो और आरोपियों पर है।
गुड्डू बमबाज और शाइस्ता की तलाश
यूपी एसटीएफ को अब उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों में से एक गुड्डू बमबाज और अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश है। बता दें कि मामले के आरोपियों में से 4 आरोपी एनकाउंटर में ढेर कर दिए गए। अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ और दो बेटे जेल में बंद हैं। हत्या की इस साजिश के दौरान अतीक की गैंग ने कुछ कोडनेम दे रखे थे। जिसमें से गुड्डू बमबाज को मुर्गी और शाइस्ता को साईंबाबा कोडवर्ड दिया गया था।
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असद का कोडनेम राधे था, गुलाम का उल्लू
एसटीएफ के मुताबिक अतीक के घर मिले एक रजिस्टर में ये सभी कोडनेम लिखे हुए थे। इस षड़यंत्र को अंजाम देने असद अहमद को राधे नाम का कोडवर्ड दिया गया था। दरअसल असद को सलमान खान बहुत पसंद था और उसने फिल्म तेरे नाम वाला हेयरस्टाइल भी अपनाया था। वहीं शूटर गुलाम मोहम्मद को रातभर जागने की आदत थी। इसलिए उसे उल्लू का कोडवर्ड दिया गया था।
अतीक और अशरफ को बडे़ और छोटे को कोडनेम
सूत्रों की मानें तो इस रजिस्टर में अतीक अहमद का कोडनेम बड़े और उसके छोटे भाई अशरफ का कोडनेम छोटे दिया गया था। वहीं वारदात में शामिल 5 शूटर्स को भी अलग-अलग कोडनेम दिए गए थे। शाइस्ता परवीन को रजिस्टर में पहले गॉडमदर का कोडनेम दिया गया था, लेकिन इस कोडनेम से महिला की संलिप्तता को जाहिर करता था, इसलिए बाद में गॉडमदर की जगह साईंबाबा कोडनेम दे दिया गया। इसी तरह गुड्डू मुस्लिम पहले चिकन शॉप चलाता था, इसलिए उसे मुर्गी कोडनेम दिया गया था।
इन कोडनेम पर सस्पेंस
पुलिस को बरामद हुए रजिस्टर में दिए गए पंडित, बल्ली, तोता, माया, शेरू रसिया जैसे कुछ नाम भी लिस्ट में दिए हुए हैं। पुलिस अब इन नामों के असल किरदारों के बारे में तफ्तीश कर रही है।