NEW DELHI. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने मोदी सरकार को नसीहत दी है। पाकिस्तान नहीं मांगे तो भी भारत को मदद करनी चाहिए। पड़ोसी देश के 10-20 लाख टन गेहूं भेज देना चाहिए। ऐसा करके भारत को पड़ोसी धर्म निभाना चाहिए।
हमें ध्यान रखना चाहिए कि उनका कुत्ता भी भूखा ना रहे- गोपाल कृष्ण
संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा- पाकिस्तान हमसे लड़ता झगड़ता रहता है, वो हमसे 4 युद्ध भी लड़ चुका है। वो ही आक्रमण करता है, हमें दिन रात गाली देते है, फिर भी वो भी सुखी हों। पाकिस्तान में आटा 250 रुपए किलो हो गया है। हमें इसका दुख है। वे अपने ही देश के लोग हैं। हम मदद भेज सकते हैं। भारत लाखों टन गेहूं उनको दे सकता है, लेकिन वो मांगते ही नहीं हैं। भारत के पास सरप्लस गेहूं है, हम दे सकते हैं. लेकिन वो मांगता ही नहीं है। लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए, आज से 70 साल पहले हम एक ही थे।
संघ के नेता ने आगे कहा कि इतनी दूरी का क्या फायदा है। उनका कुत्ता भी भूखा ना रहे। हम सर्वे भवन्तु सुखिना में विश्वास करने वाले देश हैं। पाकिस्तान हमसे कुछ मांग नहीं रहा, लेकिन वो नहीं भी मांगे तो भी हमें गेहूं भेज देना चाहिए। इस कार्यक्रम में संघ के इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे।
आप ये खबर भी पढ़ सकते हैं
जयशंकर बोले- बड़ा फैसला लेते वक्त जनभावना का ध्यान रखेंगे
वहीं दूसरी तरफ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को उसकी आर्थिक बदहाली से बाहर निकालने में मदद के विचार को खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एशिया आर्थिक संवाद में जयशंकर ने कहा कि हम कोई बड़ा फैसला लेते समय स्थानीय जनभावना का ध्यान रखेंगे। हमारे लोग इसके बारे (पाकिस्तान को मदद) में क्या महसूस करते हैं, इसकी जानकारी मुझे होगी और मुझे लगता है कि आपको जवाब पता है। भारत-पाकिस्तान बाइलेटरल रिलेशन में आतंकवाद मूलभूत मुद्दा है, जिससे कोई बच नहीं सकता। हम मूलभूत समस्याओं से इनकार नहीं कर सकते। कोई भी देश कभी भी मुश्किल स्थिति से बाहर नहीं निकल सकता और एक समृद्ध शक्ति नहीं बन सकता, अगर उसका मूल उद्योग आतंकवाद है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि एक देश को अपने आर्थिक मुद्दों का समाधान करना होता है, उसी तरह उसे अपने राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों का समाधान करना होता है।