Moscow. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कसम खाई है कि वह यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करके ही रहेंगे। पुतिन ने अब कीव को पूरी तरह से बर्बाद करने का मन बना लिया है। सूत्रों की मानें तो पुतिन ने राजधानी पर कब्जा करने का एक बेहद ही खतरनाक प्लान बनाया है। कीव पर अब तक के भीषण हमले की धमकी दी है। कीव पर रूस की तरफ से हुए हमले पूरी तरह से असफल रहे हैं। इसकी वजह से तीन दिनों तक चलने वाला स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन बड़े पैमाने पर युद्ध में बदलकर रह गया। पुतिन ने क्रेमलिन में आमंत्रित मिलिट्री ब्लॉगर्स और वॉर रिपोर्टर्स से कहा कि वह अब एक और बड़े अहम प्रयास में जुट गए हैं। सूत्रों के अनुसार पुतिन अब युद्ध को अंतिम दौर में ले जाने में लगे हैं और बड़े हमले से दुनिया को नया मैसेज देने वाले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि 16 महीने यानी फरवरी 2022 से जारी युद्ध का अंत करीब है।
कब और कैसे होगा हमला?
उन्होंने कहा- रूसी सैनिक पहले से ही कीव के पास थे और मुझसे पूछ रहे थे कि उन्हें वापस आना चाहिए या नहीं? इसका जवाब सिर्फ मैं जवाब दे सकता था। पुतिन ने कहा कि कुर्स्क और बेलगोरोद क्षेत्रों पर हमलों के बाद यूक्रेन की तरफ से रूस पर हो रही फायरिंग को रोकने के लिए और ज्यादा यूक्रेनी क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर सकता है। पुतिन ने इसे एक 'सैनेटरी जोन' कहा। उनका कहना था कि रूस कितने क्षेत्र पर कब्जा कर सकता है यह यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई के बाद मौजूद क्षमता पर निर्भर करेगा। इस बीच, रूस की घातक मिसाइलों ने बुधवार को दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन पर हमला किया।
यूक्रेन की जवाबी हमले जारी , रूस की तीन मिसाइलें ढेर
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा है कि रूस ने काला सागर में एक जहाज से पोर्ट सिटी ओडेसा पर चार कलिब्र मिसाइलें दागीं हैं। यूक्रेन की वायु सेना ने की तरफ से इसका जवाब भी दिया गया है। यूक्रेन का दावा है कि उसने तीन मिसाइलों को ढेर कर दिया है। क्षेत्र के मिलिट्री एडनिमिस्ट्रेशन के चीफ ओलेग काइपर ने कहा कि एक मिसाइल ने उस गोदाम को निशाना बनाया जहां पर खाने-पीने का सामान रखा था। इसमें तीन कर्मचारियों की मौत हो गई और सात घायल हो गए। दूसरी ओर रूस की मीडिया ने जानकारी दी है कि दक्षिणी जापोरिज्जिया मोर्चे पर यूक्रेन के मिसाइल हमले में एक सीनियर जनरल की मौत हो गई है।
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सीनियर कमांडर की मौत पर चुप्पी
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध समर्थक ब्लॉगर वोएनकोर ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि दुश्मन के मिसाइल हमले में 35वीं संयुक्त शस्त्र सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल सर्गेई गोर्याचेव मारे गए हैं। गोर्याचेव, एक सम्मानित कमांडर, पहले मोल्दोवा के ट्रांसनिस्ट्रिया के टूटे हुए क्षेत्र में रूसी सैनिकों का नेतृत्व करते थे। वोनकोर ने कहा कि यूनाइटेड ग्रुप ऑफ फोर्सेज (एस) के कमांड के प्रतिनिधियों के अनुसार, सेना ने आज सबसे प्रतिभाशाली और सबसे प्रभावी सैन्य नेताओं में से एक को खो दिया है। गोर्याचेव की मौत पर रूसी रक्षा मंत्रालय ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।