Jaipur. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपनी सरकार के खिलाफ किए गए एक दिनी अनशन से 5 घंटे में ही उठ गए। समर्थकों ने उन्हें मिठाई खिलाई और अनशन समाप्त करवा दिया। अनशन खत्म करने के बाद पायलट बोले कि उन्होंने सिर्फ भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की मांग पर अनशन किया था। यदि बात संगठन की होती तो मैं संगठन से चर्चा करता। यह मांग मैं साल भर से सीएम अशोक गहलोत से कर रहा था। पायलट ने दोहराया कि करप्शन के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस वाली नीति है तो कार्रवाई भी होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
वसुंधरा सरकार के घोटालों की जांच की है मांग
सचिन पायलट सीएम अशोक गहलोत सरकार से नाखुश चलते चले आ रहे हैं। विधानसभा के चुनाव में मात्र 6 माह से भी कम समय बाकी है। जिसके चलते उन्होंने वसुंधरा सरकार के घोटालों पर कार्रवाई की मांग के बहाने अपने तेवर आलाकमान को जता दिए हैं। पायलट के अनशन के दौरान लगाए गए फ्लैक्स में राहुल और सोनिया गांधी की फोटो न होने को भी बड़ा इशारा समझा जा रहा है।
- यह भी पढ़ें
उधर सीएम अशोक गहलोत ने फिर दिखाया जादू
आज मंगलवार को एक तरफ जहां सचिन पायलट अनशन कर रहे थे तो उधर सीएम अशोक गहलोत ने जनता के बीच एक वीडियो मैसेज जारी कर दिया। जिसमें उन्होंने मिशन 2030 की बात दोहराई। संदेश साफ था कि वे 2030 तक सीएम की कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते। अशोक गहलोत ने संदेश में कहा है कि मैने तय किया है कि साल 2030 तक राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है।
जयराम रमेश जारी करेंगे बयान
उधर सचिन पायलट के अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा है कि पार्टी के महासचिव जयराम रमेश इस मामले में बयान जारी करेंगे। अब पूरे राजस्थान की निगाह जयराम रमेश के बयान पर टिकी है।
आप ने किया पायलट का समर्थन
उधर राजस्थान के रेतीले धोरों में सियासत के पांव जमाने की फिराक में बैठी आम आदमी पार्टी ने पायलट के अनशन को समर्थन दिया है। पार्टी के प्रभारी विनय मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि अगर राजस्थान को किसी ने लूटा है तो वो वसुंधरा और अशोक गहलोत के गठबंधन ने लूटा है। अब तो खुद इनके नेता यह बात कहने लगे हैं।