JHUNJHUNU. झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र में आयोजित जनसभा में 18 जनवरी बुधवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक बार फिर पेपर लीक मामले में नेता या अधिकारी के लिप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि बिना किसी की लिप्तता के प्रश्न पत्र तिजोरी से बाहर कैसे पहुंचा? उन्होंने कहा कि प्रदेश में पेपर लीक हो रहे हैं और कहा जा रहा है कि कोई अधिकारी या कोई नेता इसमें लिप्त नहीं था। एग्जाम की कॉपी तिजोरी में बंद होती है, वो कॉपी तिजोरी में बंद होकर बाहर बच्चों तक पहुंच गई। ये तो जादूगरी हो गई। ऐसा संभव नहीं है, कोई न कोई तो जिम्मेदार होगा।
सीएम ने पायलट के बयान पर किया पलटवार
पायलट के आरोपों का जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि जिन पर पेपर लीक मामले में कार्रवाई हुई है, वे सरगना ही हैं। नेता लोग नाम बता दें, हम उन पर भी कार्रवाई करेंगे। नेताओं और अफसरों के झूठे नाम लिए जा रहे हैं। पेपर लीक करने में कोई नेता या अधिकारी शामिल नहीं है।
गहलोत और पायलट में जुबानी जंग
राजस्थान में पेपर लीक मामले को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट में जुबानी जंग छिड़ गई है। दोनों नेता एक-दूसरे का नाम लिए बिना एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। एक ओर पायलट प्रदेश में आए दिन होने वाले पेपर लीक मामले पर अपनी ही पार्टी की सरकार को घेर रहे हैं, तो वहीं गहलोत सरकारी तंत्र की गलतियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से सूबे की सियासत गर्मा रही है।
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पायलट ने सरकार पर लगाए थे आरोप
पायलट ने पेपर लीक मामले में सरकार पर आरोप लगाते हुए दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नेता हो या अधिकारी, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। किसी भी सूरत में नौजवानों के साथ विश्वासघात बर्दाश्त नहीं करेंगे। कोई कितना भी बड़ा ताकतवर व्यक्ति हो, किसी पद पर हो, नेता हो या अधिकारी हो, किसी दल का भी हो, कहीं का भी हो, अगर बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करेगा तो कभी नहीं बख्शेंगे। उसको कड़ी सजा दी जाएगी।