चीतों की मौत पर SC ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब, कहा- इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा न बनाएं, दूसरी जगह शिफ्ट क्यों नहीं कर देते ? 

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Vikram Jain
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चीतों की मौत पर SC ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब, कहा- इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा न बनाएं, दूसरी जगह शिफ्ट क्यों नहीं कर देते ? 

NEW DELHI. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में चीतों की लगातार मौत पर चिंता जाहिर की हैं। साथ ही सरकार से पूछा है कि उन्हें राजस्थान में स्थानांतरित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पहले भी देश की शीर्ष कोर्ट ने चीतों की मौत पर चिंता जाहिर की थी और उन्हें राजस्थान शिफ्ट करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए थे। 



'प्रतिष्ठा का सवाल क्यों बना रहे हैं'



केंद्र सरकार ने 8 चीतों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट में जवाब दिया। केंद्र सरकार ने कहा कि इस बात की आशंका पहले से थी। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि क्या ऐसा होना सही है। न्यायमूर्ति बीआर गवई की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी से पूछा, “पिछले सप्ताह दो और चीतों की मौत हुईं, यह प्रतिष्ठा का मुद्दा क्यों बन रहा है? कृपया कुछ सकारात्मक कदम उठाएं, साथ ही उन सभी को फैलाने के बजाय एक ही स्थान पर क्यों रखा गया?”



चीतों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट में सवाल-जवाब 



नेशनल टाइगर कंजर्वेशन को निर्देश और दिशा देने के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी ने ही चीतों की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट में उठाया है। कमेटी की एप्लीकेशन पर जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच सुनवाई कर रही है। सुनवाई के दौरान बेंच ने सवाल पूछे। इस पर एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्य भाटी ने कहा- हमें इस बात की आशंका थी। दूसरी जगह से शिफ्ट किए जाने पर पहले साल में 50% मौतें होना खतरे की घंटी नहीं है। हमारी रिपोर्ट में सारी डिटेल है। 



40 फीसदी मौतें अच्छी तस्वीर नहीं पेश करतीं



सरकार की ओर से पेश एएसजी ने पीठ से कहा, ”सरकार के तौर पर हम इस प्रतिष्ठित परियोजना के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।” लेकिन इस पर बेंच ने कहा, “एक साल से भी कम समय में होने वाली 40 फीसदी मौतें अच्छी तस्वीर नहीं पेश करतीं, 20 चीतों में से 8 की मौत हो चुकी है।” भाटी ने पीठ से कहा, “यह अपेक्षित तर्ज पर था. स्थानांतरण पर 50% मौतें सामान्य बात हैं.” इस पर जस्टिस पारदीवाला ने कहा, “तो मुद्दा क्या है, वे हमारी जलवायु के अनुकूल नहीं हैं? किडनी या श्वसन संबंधी समस्याएं?” 



अगली सुनवाई 1 अगस्त को होगी 



पीठ को बताया गया कि संक्रमण के कारण मौतें हो रही हैं, उन्होंने पीठ को यह भी बताया कि प्रत्येक मौत का विस्तृत विश्लेषण किया जा रहा है, अदालत ने अब केंद्र से उन्हें राजस्थान स्थानांतरित करने पर विचार करने सहित अपना जवाब दाखिल करने को कहा है और सुनवाई 1 अगस्त के लिए तय की है। 



पीएम मोदी के जन्मदिन पर छोड़े गए थे चीते



17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में रिलीज किया था। इसके बाद 18 फरवरी को साउथ अफ्रीका से 12 और चीतों को कूनो में छोड़ा गया था। 12 चीतों मिलाकर पार्क में कुल 20 चीते हो गए थे। जिसके बाद पिछले चार महीने में 8 चीतों की मौत हो चुकी है।कूनो में 7 जुलाई को सूरज, जबकि 11 जुलाई को तेजस नाम के चीते की मौत हो गई थी। एक हफ्ते में दो चीतों की मौत को नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) ने नेचुरल बताया था।


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