NEW DELHI. अब सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय पर शिकंजा और कसा है। सेबी ने सहारा ग्रुप की कंपनी सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन की तरफ से ओएफसीडीजारी करने में नियमों के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई की है। इस मामले में सेबी ने सहारा समूह की कंपनी, उसके प्रमुख सुब्रत रॉय और कंपनी के तीन अन्य अधिकारियों के बैंक एकाउंट, डीमैट खाते और लॉकर अटैच करने का फरमान सुनाया है। सहारा से जुड़े अशोक रॉय चौधरी, रविशंकर दुबे और वंदना भार्गव पर भी कार्रवाई होनी है। इनसे जुर्माना और ब्याज समेत सभी मदों में कुल 6.42 करोड़ रुपए की वसूली होनी है।
सेबी ने नोटिस जारी कर दिए निर्देश
सेबी ने अपने नोटिस में सभी बैंकों, डिपॉजिटरी और म्यूचुअल फंड इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे इनमें से किसी के भी डीमैट खातों से निकासी की मंजूरी नहीं दें। हालांकि, इन लोगों को अपने खातों में जमा करने की छूट होगी। इसके अलावा सेबी ने सभी बैंकों को इन चूककर्ताओं के खातों के अलावा लॉकर को भी कुर्क करने को कहा है। इसके अलावा सेबी ने सभी बैंकों को इनके खातों के अलावा लॉकर को भी कुर्क करने को कहा है। सेबी ने जून 2022 में जारी अपने आदेश में सहारा समूह की फर्म और उसके चार प्रमुख अधिकारियों पर कुल छह करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था। यह जुर्माना सहारा की तरफ से 2008-09 में ओएफसीडी जारी कर निवेशकों से पैसे जुटाने के मामले में लगाया गया था।
ये भी पढ़ें...
निवेशक ने नालंदा कंज्यूमर कोर्ट में किया था केस
9 दिसंबर 2022 को सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को गिरफ्तार करने के लिए लखनऊ में 12 थानों की पुलिस पहुंची थी। मामला सहारा बैंकिंग में निवेश को लेकर गड़बड़ी से जुड़ा था। बताया जा रहा था कि बिहार में सहारा बैंकिंग के एक निवेशक ने सुब्रत रॉय के खिलाफ नालंदा कंज्यूमर कोर्ट में केस दाखिल किया गया था। इस मामले में रॉय को कई बार समन जारी किया गया था, लेकिन वह पेशी के लिए नहीं पहुंचे। इस पर कोर्ट ने उनके खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया था।
सहारा इंडिया में देशभर के लाखों निवेशकों के पैसे फंसे हैं
सहारा इंडिया में देशभर के लाखों निवेशकों के पैसे फंसे हैं। लोगों को उनके पैसे अभी तक वापस नहीं मिल पाए हैं। निवेशकों को सेबी की तमाम कार्रवाई के बावजूद अभी तक अपना पैसा वापस नहीं मिल पाया है। अभी उन सुब्रत राय पर कई मुकदमे चल रहे हैं। एक दौर था जब राय के दोनों बेटों की शादी में अमिताभ, शाहरूख समेत कई बड़े-बड़े सेलिब्रेटी पहुंचे थे।
एक समय सहारा में काम करते थे 11 लाख कर्मचारी
एक समय था जब सहारा देश की बड़ी प्राइवेट कंपनियों में से एक हुआ करती थी। इसमें 11 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते थे। रियल एस्टेट, फाइनेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, हेल्थ केयर, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से लेकर स्पोर्ट्स तक सहारा इंडिया का बिजनेस फैला था। 11 सालों तक यह ग्रुप टीम इंडिया का स्पॉन्सर रहा। आईपीएल में पुणे वॉरियर्स टीम के मालिक भी सुब्रत रॉय सहारा थे।