Pune. महाराष्ट्र की सियासत फिर नए मोड़ पर आ गई है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी के बागी गुट का नेतृत्व कर रहे महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शनिवार (12 अगस्त) को पुणे में एक कारोबारी के आवास पर ‘गुप्त’ मुलाकात की। इस मुलाकात के पीछे का सच पूरी तरह सामने नहीं आ सका है, लेकिन सियासी गलियारे में चर्चा है कि यह बीजेपी की तरफ से फील्डिंग हो सकती है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि शरद की जल्द बीजेपी में एंट्री हो सकती है। इस बात को बल ऐसे भी मिलता है कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शरद पवार की मुलाकात के दौरान दोनों ही नेता अलग ही अंदाज में एक-दूसरे के करीब नजर आए थे। ऐसे में अब उद्धव ठाकरे और कांग्रेस की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है।
चार घंटे मुलाकात... दोनों ही मीडिया से बचते नजर आए
राकांपा नेता अमोल मिटकरी ने कहा, यह दोनों नेताओं (शरद और अजीत) के बीच पारिवारिक मुलाकात हो सकती है। एक क्षेत्रीय समाचार चैनल द्वारा प्रसारित दृश्यों में शरद पवार दोपहर लगभग एक बजे कोरेगांव पार्क क्षेत्र में कारोबारी के आवास पर पहुंचते नजर आए। शाम करीब पांच बजे शरद पवार वहां से चले गए। लगभग दो घंटे के बाद शरद पवार के भतीजे अजीत पवार को शाम पौने सात बजे कैमरे से बचने की कोशिश करते हुए एक कार में परिसर से बाहर निकलते देखा गया।
बीजेपी विधायक बोले- शरद पवार ही ठीक से बता सकेंगे कि क्या हुआ
माना जा रहा है कि राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष (पवार गुट) जयंत पाटिल भी बैठक में शामिल हुए। शरद पवार और अजीत पवार अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शनिवार को पुणे पहुंचे । बीजेपी के विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि इस संबंध में उनसे ही पूछना बेहतर होगा कि बैठक के दौरान क्या बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि शरद पवार और अजीत पवार परिवार के सदस्य हैं। मालूम हो, पिछले महीने महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम में अजीत पवार ने शिवसेना-भाजपा सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अजीत के समर्थक राकांपा के आठ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। ये सभी शरद पवार का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ आ गए थे।