NEW DELHI. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को धमकी दी है। अमेरिका में बैठे खलिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने योगी सरकार को बदला लेने की धमकी दी है। पन्नू ने कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ मेले में आतंकियों की मौत का बदला लिया जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ में लेंगे एनकाउंटर का बदला
पीलीभीत मुठभेड़ के बाद खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू बौखला गया है। प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (SFJ chief Gurpatwant Singh Pannu) ने वीडियो जारी करते हुए पीलीभीत एनकाउंटर को लेकर धमकी दी है। इस वीडियो में उसने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए कहा कि यूपी पुलिस ने गुरदासपुर के 3 सिख युवकों को पीलीभीत में फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया है। साथ ही उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को निशाना बनाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में हुए एनकाउंटर का बदला लिया जाएगा। आतंकी पन्नू ने कहा है कि महाकुंभ 2025 हिंदुत्व का आखिरी महाकुंभ होगा।
मुठभेड़ का बदला देने की धमकी
वीडियो संदेश में आतंकी पन्नू ने प्रयागराज महाकुंभ में 3 तारीखों में मुठभेड़ का बदला लेने की धमकी दी है। पन्नू ने अपनी धमकी में यह भी कहा कि 2025 के महाकुंभ में आतंकियों की मौत का प्रतिशोध लिया जाएगा, साथ ही उसने महाकुंभ के दौरान महत्वपूर्ण शाही स्नान के दिन 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) के दिन हमला करने की धमकी दी है।
खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर
पीलीभीत में यूपी पुलिस और पंजाब पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में तीन खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद यह बड़ी धमकी सामने आई है। ये आतंकी पंजाब में ग्रेनेड हमलों में शामिल थे और खालिस्तान कमांडो फोर्स के सदस्य थे। इन आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल्स और अन्य हथियार बरामद हुए। एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों की पहचान गुरदासपुर के गुरविंदर सिंह, जसप्रीत और रवि के रूप में हुई है। यह मुठभेड़ सोमवार सुबह पूरनपुर क्षेत्र में माधोटांडा मार्ग पर हुई थी।
अभी अमेरिका में है आतंकी पन्नू
गुरपतवंत सिंह पन्नू जो अमेरिका में बैठा है और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस का चीफ है। गुरपतवंत सिंह पन्नू पर भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने और खालिस्तान के समर्थन में साजिश रचने का आरोप है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पन्नू के खिलाफ विभिन्न मामलों की जांच कर रही हैं, और वह 2015 से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की नजर में हैं, जब उसने रेफरेंडम 2020 के नाम पर सिखों के बीच खालिस्तान की मांग को उकसाया था।
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