NEW DELHI. संसद के मॉनसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन बुधवार (9 अगस्त) की बहस कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण के साथ शुरू हुई। राहुल ने अपने 35 मिनट के भाषण में भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर पर बात करने के साथ प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। उनके सवालों पर स्मृति ईरानी ने जवाब दिया।
स्मृति बोलीं- 'इनका इतिहास खून से सना'
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए, क्योंकि आप के लिए मणिपुर भारत में नहीं है। मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की गई। आपने मणिपुर को 2 हिस्सों में बांट दिया है, उसे तोड़ दिया है। मणिपुर में भारत माता की हत्या की गई है। राहुल के बयान पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया। स्मृति ने कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार और 1984 के सिख दंगों में महिलाओं के साथ हुईं घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनका इतिहास खून से सना है।
राहुल ने कहा- मणिपुर में भारत माता की हत्या
राहुल ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैं रिलीफ कैंप गया। महिलाओं और बच्चों से भी बात की। प्रधानमंत्री जी ने आज तक नहीं किया। सेना एक दिन में मणिपुर में शांति ला सकती है, लेकिन आप ऐसा नहीं कर रहे हो क्योंकि आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो। आप भारत माता के रखवाले नहीं, आप भारत माता के हत्यारे हो।
'राहुल भारत माता की हत्या की बात पर कांग्रेस ताली बजाती है'
राहुल के भाषण पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के इतिहास में पहली बार भारत मां की हत्या की बात कही गई। राहुल भारत माता की हत्या की बात करते हैं। कांग्रेस ताली बजाती है। ये इस बात का संकेत है कि मन में गद्दारी किसके भीतर है। स्मृति ने कहा कि इनका इतिहास खून से सना है। जिन लोगों की हत्या हुई वे इन लोगों को न्याय के कटघरे में नहीं ला सके। इसलिए मैं उनका जिक्र सदन में कर रही हूं। ये लोग चाहते हैं कि मणिपुर पर चर्चा हो। हमारे नेताओं ने कहा कि हम चर्चा करने को तैयार हैं, लेकिन ये (कांग्रेस) भागे, हम नहीं। भागने के पीछे कारण क्या हैं ? गृह मंत्री अमित शाह जब बोलने लगेंगे तो ये लोग मौन साध लेंगे।
'मणिपुर खंडित-विभाजित नहीं बल्कि मेरे देश का अंग है'
स्मृति ने कहा कि मैं आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं। मणिपुर खंडित-विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है। इन्हीं के अलायंस का सदस्य यहीं है कि जिन्होंने तमिलनाडु में कहा कि भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत। राहुल के अंदर हिम्मत हो तो वो अपने साथी के बयान का खंडन करें। कांग्रेस के एक साथी ने कश्मीर में रेफरेंडम की बात की। आप में हिम्मत हो तो कश्मीर को देश से अलग करने की साजिश में उसका क्या रोल है, आप बताएं। आप भारत नहीं हैं।
मैं बताऊं किसका चेहरा है ? ये चेहरा है गिरिजा टिक्कू का...
स्मृति ने कहा कि ये इंसाफ की बात करते हैं, ये चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है? ये चेहरा है गिरिजा टिक्कू का। 90 के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना पे चेक लेने जाती है। बस से घर लौटने का प्रयास करती है। उसको 5 आदमी बस से खींचकर टैक्सी में ले जाते हैं और बलात्कार करते हैं। फिर आरी से उसका बदन काट देते हैं। जब उनके जीवन पर बनी फिल्म आई तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रोपेगैंडा कहा। सरला भट्ट मेडिकल स्टाफ थी। 90 के दशक में उसको उसके इंस्टीट्यूट से अगवा करके गैंगरेप किया गया। आज मैं पूछना चाहती हूं कि इनकी अलायंस के लोग हिंदुस्तान को विभाजित करने की बात करते हैं, ये इंसाफ के पुजारी बताते हैं। गिरिजा टिक्कू और सरला भट्ट को इंसाफ कब मिलेगा। रलियू, सलियू, गलियू। या अपना धर्म बदलो या कश्मीर छोड़ या यहीं मरो ?
धारा 370 पर बोलीं- कश्मीर की बेटियों को सहारा मिला
ईरानी ने कहा कि कश्मीर की बेटियों को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था, तो वहां की बेटियों के पास कानून का सहारा नहीं था। क्योंकि धारा 370 थी। प्रदेश के बाहर ब्याही गईं तो पैतृक सम्पत्ति से हक खत्म हो जाता था। नाबालिग का ब्याह होता था, तो 370 की वजह से कानून का सहारा नहीं मिल जाता था।
स्मृति बोलीं- इन्हें महिलाओं से कोई सारोकार नहीं
स्मृति ईरानी ने कहा कि ये लोग मौन थे और कई चीजों पर आज भी मौन हैं। अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट कहती है, इनके करप्शन की वजह से जीडीपी पर 9% असर होगा, लेकिन ये चुप थे, आज भी चुप हैं। यूपीए की सरकार को 2005 में ये ज्ञात हो गया था कि खुले में शौच होने की वजह से महिलाओं का रेप हो रहा है। फिर भी ये चुप रहे। इनको महिलाओं से कोई सरोकार है ही नहीं।
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असम दंगों के मामले में तरुण गोगोई का जिक्र
स्मृति ईरानी ने कहा कि असम में दंगे हुए थे, केंद्र और राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। तब असम में कांग्रेस के नेता तरुण गोगोई ने बयान दिया था कि कांग्रेस की केंद्र सरकार कदम नहीं उठा रही, सेना नहीं भेज रही है।
भीलवाड़ा में गैंगरेप पर कांग्रेस मौन क्यों रही ?
स्मृति ईरानी का हमला आगे भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि अभी हाल में राजस्थान के भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप किया गया। उसके बाद उसे काटा गया और फिर भट्टी में डाल दिया गया। 2 महिला सांसद वहां गई थीं। न्याय की गुहार तब नहीं लगाई गई। जब बंगाल में 60 साल की महिला के साथ उसके नाती के सामने उसका रेप किया गया। इस पर आप (कांग्रेस) एक शब्द नहीं बोले।
पूरी बला की जड़ परिवारवाद में- स्मृति ईरानी
स्मृति ने कहा कि पूरी बला की जड़ परिवारवाद में है। परिवारवाद की राजनीति की जड़ कांग्रेस में हैं। इनके अलांयस के लोग चारा खाते हैं और ये उनके घर जाकर मटन खाते हैं। मजबूरी स्वीकार ली है। इन्होंने मजबूरी स्वीकार कर ली है कि तीसरी बार मोदी की बारी।