AYODHYA. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से 22 जनवरी को होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी न्योता दिया गया है।
सोनिया और अन्य विपक्षी नेताओं को निमंत्रण से सियासत होगी कम
सूत्रों का कहना है कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मंगलवार को मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया। यह भी बताया गया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी को निमंत्रण दिया है। बताते है, विपक्ष को निमंत्रण भेजकर राम मंदिर ट्रस्ट ने इसको लेकर किसी भी प्रकार की राजनीति से बचने की कोशिश की है। राम मंदिर निर्माण पर विपक्षी दलों की ओर से बीजेपी को घेरने की कोशिश की जा रही थी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बीजेपी का इवेंट बताने का प्रयास किया जा रहा था। इस निमंत्रण ने ऐसे लोगों से बड़ा मुद्दा छीन लिया है। हालांकि, हमेशा से बीजेपी और उनके सीनियर लीडर्स ने राम मंदिर को हमेशा से मुद्दा बनाए रखा है।
मनमोहन को भी न्योता
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी कार्यक्रम का न्योता भेजा जा रहा है। हालांकि, मनमोहन सिंह अस्वस्थ हैं। पिछले दिनों वे राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान व्हील चेयर पर दिखे थे। मल्लिकार्जुन खड़गे से मंगलवार को मुलाकात के दौरान नृपेंद्र मिश्रा ने कार्यक्रम में आने का अनुरोध किया। सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को हुई मुलाकात के दौरान खड़गे ने कार्यक्रम का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
समारोह में शामिल होने पर कांग्रेस बाद में फैसला लेगी
राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होने पर कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से अभी फैसला न लिए जाने की भी बात कही जा रही है। सूत्रों का कहना है कि समारोह में शामिल होने पर फैसला कार्यक्रम के पास आने पर लिया जा सकता है। माना जा रहा है कि कांग्रेस से किसी नेता के इस कार्यक्रम में जाने की उम्मीद है, लेकिन अभी तक इस पर निर्णय नहीं हुआ है।
लोकसभा चुनाव में खास रहने वाला है मंदिर का मुद्दा
राम मंदिर ट्रस्ट प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए विभिन्न दलों के राजनीतिक नेताओं को आमंत्रित कर रहा है। पंजाब जैसी कांग्रेस की कई राज्य इकाइयां पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि वे बसों में तीर्थयात्रियों को अयोध्या भेजेंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या श्रीराम मंदिर का मुद्दा अहम रहने वाला है। ऐसे में गैर भाजपा दलों के बीच चुनाव पर इसके प्रभाव के बारे में अभी अनिश्चितता जताई जा रही है। ऐसे में राम मंदिर के मु्द्दे पर लोग चर्चा करने से भी बचते दिख रहे हैं।
देवेगाड़ा, अधीर को भी न्योता
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को भी राम मंदिर का न्योता भेजा गया है। इसके अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी समारोह में आमंत्रित किया गया है। इससे पहले राम मंदिर आंदोलन चलाने वाले बीजेपी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से निमंत्रण भेजा गया है। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला को उनके भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होगा। इस कार्यक्रम को लेकर बीजेपी देश- विदेश में कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों भी बड़ी तैयारी कर रहे हैं।