INTERNATIONAL DESK. इजराइल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। वहीं गाजा के अल अहली अस्पताल पर हुई बमबारी के बाद भयावह हालात सामने आए हैं। अस्पताल के फर्श पर जगह-जगह लाशें बिखरी दिखाई गई हैं वहीं घायल चीख-पुकार मचाते दिखाई दिए। अस्पताल पर बमबारी के बाद अस्पताल का स्टाफ और मरीज दूसरे हिस्से की तरफ भागे। हमले में किसी का हाथ कट गया तो किसी को अपने पैर खोना पड़े। हमले के बाद पूरे अस्पताल में अंधेरा छा चुका था, अचानक मरीजों की तादाद बढ़ जाने के कारण डॉक्टरों को फर्श पर ही बिना एनेस्थीसिया के लोगों की सर्जरी करनी पड़ी।
भयावह मंजर दिया दिखाई
अस्पताल में तैनात डॉक्टरों का कहना था कि हमले में अस्पताल के कई हॉल और ऑपरेशन थियेटर की छतें गिर गईं। हर तरफ घायल चीख पुकार मचा रहे थे, लाशों का भी अंबार लगा हुआ था। विस्फोट के बाद अस्पताल के बाहर जले हुए वाहन और मलबा ही मलबा नजर आ रहा था। बड़ी संख्या में लोगों के अंग-भंग भी हो गए। डॉक्टर्स ने बताया कि घायलों में जिन्हें भी हम बचा सकते थे हमने पूरी कोशिश की, लेकिन तादाद इतनी ज्यादा थी कि ज्यादातर घायलों ने बगैर इलाज के ही दम तोड़ दिया।
अरब देशों ने की निंदा
अरब देशों सउदी अरब, यूएई, बहरीन, तुर्किए और जॉर्डन ने अल अहली अस्पताल पर की गई बमबारी के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। इधर इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अस्पताल में हुई मौतों के लिए क्रूर आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। सउदी अरब में इस मुद्दे पर मुस्लिम राष्ट्रों के नेताओं ने बैठक की और इस बमबारी की निंदा करते हुए मुस्लिम देशों से एकजुट होने का आह्वान किया है। सभी ने इजराइल से तमाम रिश्ते खत्म करने पर जोर दिया है।
यूएन बोला- जिम्मेदार को बख्शा न जाए
इधर यूएन ने अल अहली अस्पताल पर हुए हमले में हुई मौतों पर दुख जताते हुए घटना की निंदा की है। यूएन की ओर से कहा गया है कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है। घटना को अंजाम देने वाले अंतर राष्ट्रीय कानून के अनुसार जवाबदेह ठहराए जाने चाहिए। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने ताजा घटनाक्रम पर दुख जाहिर किया है।