New Delhi. रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और पहलवानों के बीच चल रहे शीतयुद्ध में सरकार चाहती थी कि जल्द से जल्द राउंड ओवर की घंटी बज जाए। लेकिन पहलवान हैं कि पहला राउंड एंड होने के बाद भी मैदान में डटे हुए हैं। दरअसल डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले भारतीय स्टार पहलवानों ने सरकार के रवैए पर भी खुलकर बोलना शुरू कर दिया है। पहलवानों ने सरकार द्वारा मामले की जांच के लिए गठित ओवरसाइट कमेटी के गठन पर सवालिया निशान लगाए हैं। उनका कहना है कि खेल मंत्री से मीटिंग के दौरान कमेटी के गठन में उनकी सलाह लेने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन खेल मंत्रालय ने बिना उनसे पूछे कमेटी गठित कर दी। पहलवानों ने ट्वीट के जरिए अपनी आपत्ति जताई है। आपत्ति जताने वालों में महिला पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया शामिल हैं।
बिना राय लिए किया कमेटी का गठन- विनेश
विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने दोपहर साढ़े 3 बजे के करीब ट्वीट किए। तीनों ने एक ही मैसेज ट्वीट किया है कि ‘ हमें आश्वस्त किया गया था कि ओवरसाइट कमेटी का गठन उनकी राय लेकर किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि कमेटी के गठन से पहले हमसे राय नहीं ली गई‘। तीनों ने अपने ट्वीट को प्रधानमंत्री , गृहमंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग किया है।
मैरीकॉम की अगुवाई में गठित की है कमेटी
सरकार ने महिला बॉक्सिंग की जानी-मानी शख्सियत मैरीकॉम को ओवरसाइट कमेटी का अध्यक्ष बनाया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों से अपने आवास पर मंत्रणा की थी। जिसके बाद खेल मंत्री ने पहलवानों के साथ आकर पत्रकारों के सामने यह बयान दिया था कि पूरे विवाद की जांच के लिए कमेटी बनाई जाएगी जो 4 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। जांच पूरी होने तक बृजभूषण शरण सिंह फेडरेशन के कामकाज को नहीं देखेंगे। इसके बाद जबलपुर में 23 जनवरी को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 5 सदस्यीय ओवरसाइट कमेटी के बारे में जानकारी दी और उसके सदस्यों के नाम का ऐलान किया। जिसमें मैरीकॉम को कमेटी का प्रमुख बनाया गया है। जबकि सदस्यों में पहलवान योगेश्वर दत्त, द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त तृप्ति मुरगुंडे, सीईओ राजगोपालन और राधा श्रीमन शामिल हैं। खेल मंत्री ने बताया कि यह कमेटी रेसलिंग फेडरेशन का कामकाज देखेगी। बावजूद इसके पहलवान सरकार के रवैए से नाखुश हैं।
गीता फोगाट ने की दंगल में एंट्री
दूसरी तरफ पहलवानों और फेडरेशन के इस विवाद में गीता फोगाट का नाम भी जुड़ गया है। गीता फोगाट ने भी ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री से अपील की है। गीता ने लिखा ‘ मैं देश के माननीय प्रधानमंत्री जी से निवेदन करती हूं हमारे देश की सभी बहन-बेटियां आपकी तरफ बहुत आशा और उम्मीदों से देख रही हैं। अगर हम सब बहन-बेटियों को न्याय नहीं मिला, तो यह देश के इतिहास के लिए बहुत बड़ा दुर्भाग्य होगा। बता दें कि गीता की छोटी बहन बबीता फोगाट बीजेपी नेता हैं और वे जंतर-मंतर भी पहुंची थीं और दावा किया था कि सरकार इस विवाद को जल्द सुलझा लेगी।
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बजरंग ने किया विश्नोई के आरोपों का समर्थन
इधर बजरंग पूनिया ने अर्जुन अवार्डी कोच कृपाशंक विश्नोई के उन आरोपों का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि डब्ल्यूएफआई के 28 रेफरी नौसीखिए हैं। बता दें कि 17 दिसंबर 2022 को विश्नोई ने मेल के जरिए 28 रेफरी के नाम समेत फेडरेशन को यह जानकारी भेजी थी कि वे सभी नौसीखिए हैं। उन्होंने कुश्ती के नए नियमों पर भी सवाल खड़े किए थे। हालांकि बाद में विश्नोई को ही हटा दिया गया था।
विनेश फोगाट ने कहा- सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं
मंगलवार को पहलवानों की ओर से दनादन ट्वीट किए गए। विनेश फोगाट ने अपने ट्वीट में लिखा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं। इसके बाद उनका दूसरा ट्वीट था ‘ मुकाम बड़ा हो तो हौसलों में बुलंदी रखना‘