लखनऊ. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की वोटिंग से दो दिन पहले एक बड़ा स्टिंग (BSP Sting) सामने आया है। जिसमें BSP (बहुजन समाजवादी पार्टी) के कोऑर्डिनेटर शम्सुद्दीन राइन बीजेपी को 50 सीट देने के लिए तैयार है। शम्सुद्दीन 50 सीट के लिए 300 करोड़ रुपए में बीजेपी से डील फिक्स करते हैं। वीडियो में राइन बताते हैं कि बीएसपी में एक टिकट का रेट ढाई से 3 करोड़ रुपए है। डील फिक्स होती है कि चुनाव चिंह बसपा का रहेगा, लेकिन उम्मीदवार बीजेपी के होंगे। हालांकि, राइन ने इस स्टिंग को झूठ करार दिया है। उन्होंने कहा कि 300 करोड़ रुपए में 50 सीटों की डील की बात बेबुनियाद हैं। अगर कोई आदमी इसे साबित कर देगा तो मैं जिंदगीभर उसकी गुलामी करूंगा। एक स्वतंत्र पत्रकार गोपालदास ने इस स्टिंग को अंजाम दिया है।
खुद को बीजेपी के लिए लाइनिंग करने वाला बताया: ये स्टिंग 17 दिसंबर 2021 का है। पत्रकार और शम्सुद्दीन दारुल सफा, एमएलए रेस्ट लखनऊ में रात 9 बजे डील फाइनल करते हैं। पत्रकार ने खुद को संघ का आदमी बताया था। कहा था कि वो बीजेपी के लिए लाइनिंग करने का काम करते हैं। मैं उन दो-तीन लोगों में से हूं, जो ऐसा करते हैं। 50 सीटों के लिए हमें आपकी मदद चाहिए। पत्रकार बोलता है कि इसके लिए आपको जितनी फंडिंग चाहिए, हम देने के लिए तैयार है। शम्सुद्दीन पूछता है कि कौन से मंडल से चाहिए? जिसके जवाब में पत्रकार बोलता है कि आप कही से भी फिक्स करा दीजिए।
BJP के अलावा किसी के पास पैसा नहीं: पत्रकार बोलता है कि आपके उम्मीदवार जीत नहीं पाएंगे। कैंडिडेट हमारे रहेंगे, चुनाव चिंह आपका रहेगा। इसके लिए हमारे पास 300 करोड़ रुपए का फंड है। जर्नलिस्ट बोलता है कि आप अपनी सीट के नाम बस बता दीजिए। कैंडिडेट हम बताएंगे। शम्सुद्दीन कहता है कि अभी जितनी लाइन दूसरों के यहां लगी है। उतनी ही लाइन हमारे यहां भी है।
जर्नलिस्ट बोलता है कि वो लोग चाहते हैं कि यूपी में माइनस योगी की सरकार बने। इसके लिए आपकी मदद चाहिए। 100 करोड़ रुपए हम एडवांस में देंगे, बाकी नामांकन के बाद। आपका भी फायदा होगा। शम्सुद्दीन पूछता है कि कैंडिडेट्स का सामाजिक स्तर क्या रहेगा। जिसके जवाब में जर्नलिस्ट बोलता है कि ब्राह्मण, मुसलमान, यादव, कुर्मी रहेंगे। बीजेपी के अलावा पैसा किसी के पास है नहीं।
मायावती के भरोसेमंद राइन: शम्सद्दीन ने बसपा में एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर अपना सफर शुरू किया था। आज के समय में वो पार्टी प्रमुख मायावती के सबसे भरोसेमंद कोऑर्डिनेटरों में से एक हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मार्च में मायावती ने शम्सुद्दीन राइन को बुंदेलखंड से बाहर कानपुर जोन का इंचार्ज बनाया, लेकिन उनके साथ एक सीनियर नेता को भी जिम्मेदारी सौंपी थी। 2015 में कानपुर मंडल की पूरी जिम्मेदारी उन्हें सौप दी गई। दो साल काम करने के बाद 2017 में शमसुद्दीन राइन पूर्वांचल के गोरखपुर, फैजाबाद और आजमगढ़ मंडल के कोऑर्डिनेटर बने। इस दौरान उन्होंने देवी पाटन, लखनऊ और कानपुर की जिम्मेदारी संभाला।