प्रयागराज. भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की 20 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, उनका शव प्रयागराज (Prayagraj) के अल्लापुर में बाघंबरी गद्दी मठ के कमरे में फंदे से लटका मिला। पुलिस को शव के पास से 7 पन्ने का एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उन्होंने अपने एक शिष्य से दुखी होने की बात कही है। हालांकि, पुलिस ने साफ तौर पर कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है। पीएम नरेंद्र मोदी (PM modi), यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके निधन पर शोक जताया है। नरेंद्र के शिष्य आनंद गिरि समेत 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सुसाइड नोट में वसीयतनामा लिखा
फोरेंसिक टीम इस मामले की जांच कर रही है। IG रेंज प्रयागराज केपी सिंह ने कहा कि 'हमें जैसे ही सूचना मिली, हम घटनास्थल पर पहुंचे। हमने देखा कि महाराज जी जमीन पर लेटे हैं, फैन पर रस्सी फंसी हुई थी और महंत जी मृत्यु हो चुकी थी। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या लग रहा है। उनके पास से सुसाइड भी मिला, जिसमें उन्होंने अपने आश्रम को लेकर वसीयतनामा लिखा है।
उज्जैन सिंहस्थ में थी अहम भूमिका
नरेंद्र गिरि ने उज्जैन (Ujjain) में आयोजित सिंहस्थ कुंभ मेले में हिस्सेदारी के लिए नवगठित किन्नर अखाड़े को मान्यता देने से इंकार कर दिया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि फर्जी शंकराचार्यों की वजह से सनातन धर्म की मर्यादा घटती है। इसलिए सिंहस्थ 2016 में फर्जी शंकराचार्यों को घुसने नहीं दिया जाएगा। देश में सिर्फ 4 शंकराचार्य पीठ हैं और ये ही मान्य पीठ रहेंगी।
कौन हैं आनंद गिरि?
हरिद्वार में आनंद गिरि और प्रयागराज में लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को हिरासत में लिया गया है। आनंद अपने लग्जरी लाइफ के लिए चर्चा में रहते हैं। महंगी गाड़ियों में घूमना, महंगे मोबाइल रखना, कीमती कपड़े पहनना उनका शौक है। स्वामी आनंद गिरि चमचमाती कारों और बुलेट बाइक का भी शौक रखते हैं। माघ मेला में अक्सर उन्हें बुलेट चलाते हुए देखा जाता था। वे एप्पल के मोबाइल रखते थे। आनंद गिरि को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में महिलाओं से उनके बेडरूम में मारपीट और छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
अक्टूबर 2020 में आनंद गिरि की एक फोटो वायरल हुई थी। इसमें वे विमान की बिजनेस क्लास में बैठे हुए थे। उनके सामने होल्डर पर रखे ग्लास में शराब की बात कही गई। आलोचनाओं के बाद में आनंद ने सफाई में कहा था कि यह शराब नहीं एपल जूस है। यह मुझे बदनाम करने की साजिश है।
यह मुझे फंसाने की साजिश- आनंद गिरि
हिरासत में लिए जाने से पहले आनंद ने एक न्यूज चैनल से कहा था कि गुरुजी उस तरह के व्यक्ति नहीं थे कि खुदकुशी कर लें। उन्हें पैसों के लिए प्रताड़ित किया। यह बहुत बड़ी साजिश है। भूमाफिया, पुलिस अधिकारी इस साजिश में शामिल हैं। मैं जांच में सहयोग करूंगा। गुरुजी को मेरे खिलाफ भड़काया गया। अगर मैं दोषी हूं तो सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।