BHOPAL. हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) के छिंदवाड़ा, भोपाल और हैदराबाद (तेलंगाना) से गिरफ्तार कट्टरपंथी देश में एक साथ हिंदू संगठनों के नेताओं पर हमला, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विस्फोट करना चाहते थे। उनका मकसद देश में खौफ का माहौल बनाना था। इतना ही नहीं यह संगठन मुस्लिम युवाओं को जोड़ने, हथिया-विस्फोटक इकट्ठे करने का काम कर रहा था। इतना ही नहीं ये आतंकी अपनी गैरकानूनी गतिविधियों को चलाने के लिए चंदा भी जुटा रहे थे।
कैसे हुआ खुसाला
आतंकी संगठन के मनसूबों का खुलासा एटीएस और एनआईए द्वारा गिरफ्तार आतंकी यासिर खान से पूछताछ में हुआ है। यासिर ने पूछताछ में बताया कि वह 2022 में इस आतंकी संगठन के सभी राज्य प्रमुखों की बैठक में शामिल हुआ था। यासिर के बयानों की सच्चाई जानने के लिए एनआईए ने मोहम्मद सलीम, अब्दुर रहमान, शेख जुनैद और मोहम्मद अब्बास को
रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इन आतंकियों को रिमांड पूरा होने पर 10 जून को भोपाल सेंट्रल जेल भेज दिया गया था।
पूछताछ में पता चला है कि यासिर इस आतंकी संगठन के राज्य प्रमुख के तौर पर काम करता था। उसकी गतिविधियों के चलते एनआईए और एमपी एटीएस ने यासिर और उसके साथियों गिरफ्तार किया था। 9 मई को हुई कार्रवाई में कोहेफिजा के मिलेनियम हैबीटेट अपार्टमेंट से 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए यहां की एक कोचिंग में छापामार कार्रवाई की गई थी।
हुई थी आतंकी संगठन के देश भर के प्रमुखों की बैठक
सूत्रों से मिली जानाकरी के अनुसार साल 2022 में हैदराबाद में हिज्ब-उत-तहरीर तंजीम के राज्यों के प्रमुखों की मीटिंग हुई थी। मीटिंग में मोहम्मद अब्बास, मोहम्मद हमीद , सलमान, शेख जुनैद, अब्दुर रहमान और मप्र राज्य प्रमुख यासिर खान शामिल हुए था। इस मीटिंग को मोहम्मद सलीम ने लीड किया था।
फैलाना चाहते थे आईएसआईएस जैसा खौफ
हैदराबाद की मीटिंग में आतंकियों ने भारत में अलकायदा और आईएसआईएस जैसी दहशत फैलाने की योजना बनाई थी। वे तालिबानी तरीके से इस्लाम विरोधियों में खौफ पैदा करने चाहते थे। मीटिंग में सभी एक्टिव आतंकियों ने संगठन का विस्तार करने और मुस्लिम युवकों को जोड़ने का तय किया था।
खास बात यह भी है कि संगठन के धर्मपरिवर्तन में जुड़ा हुआ था। संगठन का गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद सलीम इससे जुड़ने से पहले हिंदू था। उसका नाम सौरभ राज वैद्य था।