NEW DELHI. मोदी सरकार सितंबर के महीने में संसद का विशेष सत्र बुलाने जा रही है। 18 सितंबर से यह विशेष सत्र संसद में चलेगा। अचानक बीच में यह विशेष सत्र बुलाए जाने के बीच सियासी हल्कों में तरह-तरह की चर्चा शुरु हो चुकी है। माना जा रहा है कि सरकार इस दौरान कोई विशेष बिल पास करा सकती है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि अमृत काल के बीच संसद में वे सार्थक चर्चा और बहस का इंतजार कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। इसमें कुल 5 बैठकें होंगी।
— TheSootr (@TheSootr) August 31, 2023
22 सितंबर तक चलेगा सत्र
केंद्र सरकार ने यह विशेष सत्र 18 सितंबर से 22 सितंबर तक की समयावधि के लिए बुलाया है। इसमें 5 महत्वपूर्ण बैठकें होना हैं। संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने सोशल मीडिया के जरिए इस बारे में जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले संसद का मानसूत्र सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त तक चला था। हालांकि मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष के विरोध के बीच कई मर्तबा सदन की कार्यवाही स्थगित हुई थी। वहीं सरकार ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का भी सामना किया था जो गिर गया था।
संविधान के अनुच्छेद 85 में संसद का औचक सत्र बुलाने का प्रावधान है। इसके तहत सरकार को संसद के सत्र को बुलाने का अधिकार प्राप्त है। संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति इस पर निर्णय लेती है, जिस पर राष्ट्रपति अपनी मुहर लगाकर औपचारिक रूप देते हैं। जिसके जरिए संसद के सदनों का एक सत्र बुलाया जाता है।