अयोध्या में आकार ले रहा श्रीराम का भव्य दरबार, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए 21 से 23 जनवरी का दिन आरक्षित किया

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Chandresh Sharma
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अयोध्या में आकार ले रहा श्रीराम का भव्य दरबार, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए 21 से 23 जनवरी का दिन आरक्षित किया

Ayodhya. भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में आस्था का भव्य दरबार सज रहा है। श्रीराम जन्मभूमि परिसर पर भव्य मंदिर के निर्माण को तेजी से पूरा कराया जा रहा है। आज के ही दिन तीन साल पहले यानी 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला के मंदिर के निर्माण का शिलान्यास किया था। 5 अगस्त 2023 यानी आज की स्थिति में अयोध्या में कई बदलाव हो गए हैं। आस्था की उम्मीदों के साथ रामलला का भव्य मंदिर तेजी से आकार ले रहा है। 



साल के अंत तक पहले फेज का काम होगा पूरा 




मंदिर के ग्राउंड फ्लोर के कार्य को शीघ्र पूरा कराया जा रहा है। गर्भगृह के निर्माण की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल के अंत तक पहले फेज का काम पूरा हो जाएगा। अयोध्या में राम का धाम तीन फेज में तैयार कराने का निर्णय लिया गया है। अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 15 से 24 जनवरी के बीच प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को ध्यान में रखकर अनुष्ठान के बीच रामलला को स्थापित करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 21 से 23 जनवरी की तारीख को आरक्षित किया है। इसकी तैयारियां तेज हो गई हैं। 




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    5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने साधु-संतों की उपस्थिति में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया था। इसी के साथ ही मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू कराई गई। निर्माण एजेंसियों की कार्य की गति को दिन-रात तेज गति से चलाया जा रहा है। 



    25 हजार से अधिक धार्मिक विभूतियों को आमंत्रित करने की योजना 




    राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि इन्हीं तारीखों को ध्यान में रख कर समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा। ट्रस्ट ने समारोह के लिए सनातन संस्कृति की विविध धाराओं से संबंधित 25 हजार से अधिक धार्मिक विभूतियों को आमंत्रित करने की योजना बनाई है। ट्रस्ट संतों की एक सूची तैयार कर रहा है। 



    अयोध्या में वैक्स म्यूजियम बनाने की तैयारी, दिखेंगे रामायण के पात्र




    भगवान श्रीरामनगरी आने वाले पर्यटकों को अब मोम के पुतलों में रामायण के पात्र देखने को मिलेंगे। अयोध्या नगर निगम का प्रयास है कि रामनगरी आने वालों को विश्वस्तरीय पर्यटन सुविधा प्रदान की जा सके। इसी उद्देश्य से वैक्स म्यूजियम की स्थापना की जा रही है। लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय की भांति रामनगरी में भी वैक्स म्यूजियम की स्थापना होगी। नगर निगम मोम संग्रहालय का विकास पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर करेगा। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर रामघाट के निकट दो एकड़ में इस योजना को साकार किया जाएगा। इस म्यूजियम में 80 से 100 मोम प्रतिमाएं होंगी। 




    9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला




    अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को ऐतिहासिक फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में राम जन्मभूमि के दायरे में आने वाली पूरी जमीन पर रामलला का अधिकार दे दिया। बाबरी मस्जिद के पक्षकारों को मस्जिद के निर्माण के लिए किसी अन्य स्थान पर जमीन देने का फैसला दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सरकार ने अमल करते हुए विवादित जमीन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन कर उसके नाम की। इसके बाद राम मंदिर के निर्माण की योजना पर काम शुरू हुआ।


    The grand Shri Ram temple being built in Ayodhya Prime Minister Modi will consecrate Ramlala date fixed for January 23 अयोध्या में बन रहा भव्य श्रीराम मंदिर प्रधानमंत्री मोदी करेंगे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 23 जनवरी 2024 की तारीख तय