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Third Party Insurance : अगर आप वाहन चलाते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। वित्त मंत्रालय ने थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस को लेकर नए और सख्त नियम लागू करने की सिफारिश की है, जिनका उद्देश्य सड़कों पर दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान को कम करना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है। आने वाले दिनों में, जिन वाहनों का थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस नहीं होगा, उन्हें न तो ईंधन मिलेगा और न ही फास्टैग खरीदा जा सकेगा। साथ ही, बिना इंश्योरेंस वाले वाहन मालिकों का ड्राइविंग लाइसेंस भी रिन्यू नहीं होगा।
थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस की अनिवार्यता
मोटर वाहन अधिनियम-1988 के तहत, हर वाहन के लिए थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस होना अनिवार्य है। यह बीमा दुर्घटना में किसी तीसरे पक्ष को हुए नुकसान की भरपाई के लिए होता है। यदि आपके वाहन में यह इंश्योरेंस नहीं है, तो आप कानूनी तौर पर सड़क पर गाड़ी नहीं चला सकते।
थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस के बिना सवारी नहीं
वित्त मंत्रालय की सिफारिशों के अनुसार, अब केवल उन वाहनों को पेट्रोल, डीजल या सीएनजी भरवाने की अनुमति होगी जिनके पास वैध थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस है। इसके अलावा, बिना इंश्योरेंस वाले वाहन मालिकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्यूअल भी मुश्किल हो जाएगा।
सड़क सुरक्षा और बीमा का महत्व
थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस न केवल दुर्घटनाओं में हुए नुकसान को कवर करता है, बल्कि यह सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद करता है। इससे दुर्घटनाओं के बाद कानूनी और वित्तीय परेशानियों से बचा जा सकता है।
बिना इंश्योरेंस पर जुर्माना और सजा
मोटर वाहन अधिनियम के तहत, थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस के बिना गाड़ी चलाने पर 2 हजार रुपए जुर्माना या तीन महीने की जेल हो सकती है। यदि दूसरा अपराध होता है, तो जुर्माना 4 हजार रुपए तक बढ़ सकता है।
आधी से ज्यादा गाड़ियां बिना इंश्योरेंस
रास्ते पर आधे से ज्यादा गाड़ियां बिना इंश्योरेंस के चल रही हैं, जिससे न केवल वाहन मालिकों को परेशानी होती है, बल्कि दुर्घटनाओं में जिम्मेदारी तय करना भी मुश्किल हो जाता है।
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