सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची का 20 घंटे से रेस्क्यू जारी, मासूम 100 फीट पर पहुंची, बचाव में सेना भी जुटी

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Puneet Pandey
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सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची का 20 घंटे से रेस्क्यू जारी, मासूम 100 फीट पर पहुंची, बचाव में सेना भी जुटी

SEHORE. यहां के मुंगावली में 6 जून (मंगलवार) की दोपहर 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची सृष्टि का रेस्क्यू जारी है। बच्ची के रेस्क्यू में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन लगे हुए थे। बाद में सेना को भी मदद के लिए बुला लिया गया। सेना ने बच्ची को निकालने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार, सेना फंदा डाल कर भी उसे निकालने की कोशिश करेगी। बच्ची को निकालने में दिक्कत हार्ड पत्थर के कारण आ रही है। बच्ची जब गिरी थी तो वह 29 फीट की गहराई पर थी, बाद में वह खिसक कर 50 फीट तक चली गई थी। 7 जून (बुधवार) दोपहर तक बच्ची नीचे खिसककर 100 फीट पर पहुंच गई। 



बच्ची को हुक से खींचने की भी कोशिश हुई



बच्ची के नीचे खिसकने का कारण पत्थरों को तोड़ने से होने वाला वाइब्रेशन बताया जा रहा है। 6 जून को जब रेस्क्यू शुरू हुआ तो बोरवेल के पास जेसीबी और पोकलेन मशीनों ने 5 फीट दूरी पर समानांतर गड्‌ढा खोदना शुरू कर दिया था। इस काम में 10 से ज्यादा पोकलेन और जेसीबी मशीनें लगी हुई थीं। पत्थर हार्ड होने से खुदाई में दिक्कत आ रही थी, इसलिए बच्ची को हुक के माध्यम से खींचने का भी प्रयास किया गया। जानकारी के अनुसार, बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। उसके मूवमेंट पर नजर रखने के लिए बोरवेल के अंदर कैमरा भी डाला गया है। एंबुलेंस और मेडिकल टीम भी मौके पर तैनात है। 



खुदाई में पत्थरों से मुश्किल



बोरवेल के पास गड्ढे की खुदाई में पत्थरों के कारण दिक्कत आ रही है, जो रेस्क्यू को धीमा कर रहा है। खुदाई में नीचे मिले पत्थर बहुत ही हार्ड हैं। उन्हें तोड़ने के लिए पोकलेन मशीन के पंजे से बड़ी ड्रिल मशीन को बांधकर पत्थर तोड़े जा रहे हैं। 



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