New Delhi. कभी टमाटर के दाम आसमान पर पहुंच गए थे, जो अब धीरे-धीरे जमीन पर आने लगे हैं। दिल्ली में अब दाम 60 से 70 रुपए प्रतिकिलो हो गए हैं तो वहीं मप्र के इंदौर और भोपाल में इसके दाम करीब 40 से 60 रुपए के बीच है। राहत की एक और खबर है कि हरे धनिए और मिर्च के दामों में भी भारी गिरावट दर्ज हुई है। धनिया अब करीब 40 रुपए किलो और मिर्च 60 रुपए किलो बिकने लगी है। अन्य सब्जियों के दामों में भी कमी आई है।
एनसीसीएफ और नाफेड ने उठाया कदम
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (एनएएफईडी/नाफेड) मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की ओर से रियायती दर पर टमाटर बेच रहे हैं। थोक और खुदरा बाजारों में रसोई के मुख्य खाद्य पदार्थों की गिरती कीमत के बीच सहकारी समितियां एनसीसीएफ और नाफेड 20 अगस्त से 40 रुपये प्रति किलोग्राम की कम दर पर टमाटर बेचना शुरू करने जा रहे हैं।
20 अगस्त से सस्ते हो जाएंगे टमाटर
टमाटर की कीमतों में हुई महंगाई को लगातार कम करने के प्रयास जारी हैं। दो महीने पहले टमाटर के दाम 260 के पार हो गए थे। इसके बाद सरकार की ओर से पहल की गई। टमाटर की सब्सिडी वाली दर 90 रुपये प्रति किलोग्राम तय की गई। आधिकारिक बयान में नेफेड ने शुक्रवार (18 अगस्त) को कहा है कि अंतिम बार खुदरा कीमत में संशोधन 15 अगस्त को 50 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम किया गया था, जो अब 20 अगस्त से घटकर 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो जाएगा। यह दिल्ली समेत कई राज्यों में लागू होगा।
दोनों एजेंसियां अब बेच चुकी है 15 लाख किलो से अधिक टमाटर
दोनों एजेंसियों ने अब तक 15 लाख किलोग्राम से अधिक टमाटर खरीदे हैं और देश के प्रमुख उपभोग केंद्रों में खुदरा उपभोक्ताओं को बेचे दिए हैं। इन स्थानों में दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान (जयपुर, कोटा), उत्तर प्रदेश (लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज) और बिहार (पटना, मुजफ्फरपुर, आरा, बक्सर) शामिल हैं। एनसीसीएफ और नेफेड आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों से टमाटर खरीद रहे हैं।
टमाटर के दामों ने क्यों छुआ था आसमान?
वैसे तो कई कारण हैं, जिसकी वजह से देशभर में टमाटर के दामों में एकदम से उछाल आई है। इनमें बारिश की वजह से स्थानीय स्तर पर उगने वाले टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुंचा और इसका सीधा असर इसकी कीमत पर आया है। जरूरत से कम आपूर्ति होने की वजह से टमाटर के दामों में एकदम से इतनी बढ़ोतरी हो गई।
इंदौर की थोक और रिटेल मंडी में सस्ती हुईं सब्जियां
प्रदेश की सबसे बड़ी इंदौर की चोइथराम सब्जी मंडी में महीनेभर पहले तक लोकल सब्जियों की आवक थम सी गई थी, लेकिन अब मालवा-निमाड़ से सब्जियों की आवक अच्छी मात्रा में होने लगी है। टमाटर जो 20 दिन पहले तक 260 रुपये किलो बिक रहा था, अब 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक मंडी में टमाटर के दाम 25 से 30 रुपये किलो तक आ गए हैं। इसी तरह हरा धनिया जो 150 रुपये किलो बिका था। अब रिटेल बाजार में ही 20 से 40 रुपये किलो बिक रहा है। थोक मंडी में तो हरा धनिया 20 से 40 रुपये किलो तक बिक रहा है। यानी धनिया 20 दिन पहले के मुकाबले करीब 10 गुना सस्ता हो गया है।
तमाम हरी सब्जियां 40 रुपये किलो बिक रही
इंदौर की मंडी में आवक के कारण लगभग सभी सब्जियों के दामों में गिरावट आई है। खेरची बाजार में गिलकी, मैथी, पालक, करेला जैसी तमाम हरी सब्जियां 40 रुपये किलो बिक रही है। थोक बाजार में 15 से 20 रुपये किलो के दाम हो गए हैं। जो हरी मिर्च थोक बाजार में 35 रुपये किलो पहुंची थी और रिटेल में 80 रुपये किलो बिकी थी। अब थोक बाजार में 15 से 20 रुपये किलो और खेरची बाजार में 40 रुपये किलो तक बिक रही है। आने वाले दिनों में सब्जियों की आवक और बढ़ेगी। ऐसे में दाम में और गिरावट की उम्मीद है।