SHILONG/AGARTALA/KOHIMA. पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में वोटों की काउंटिंग जारी है। दोपहर बाद त्रिपुरा और नगालैंड में तस्वीर साफ होती दिख रही है। त्रिपुरा में बीजेपी तो नगालैंड में एनडीपीपी (बीजेपी गठबंधन) की सत्ता में वापसी तय दिख रही है। वहीं मेघालय में सत्तारूढ़ कोनराड संगमा की एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। मेघालय में कांग्रेस 5, बीजेपी 2 और अन्य 20 सीटों पर आगे चल रहे हैं। तीनों राज्यों में 60-60 सीटें हैं।
त्रिपुरा में 16 फरवरी, जबकि मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग हुई थी। नगालैंड में विधानसभा का कार्यकाल 12 मार्च को खत्म हो रहा है। वहीं, मेघालय में 15 मार्च और त्रिपुरा में विधानसभा का कार्यकाल 22 मार्च को पूरा हो रहा है। एग्जिट पोल्स में त्रिपुरा-नगालैंड में बीजेपी गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया था। त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार है, जबकि नगालैंड में बीजेपी के गठबंधन वाली नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सरकार है।
त्रिपुरा में ये स्थिति
त्रिपुरा में बीजेपी 18 सीट जीत चुकी है, जबकि 15 सीट पर आगे चल रही है। वहीं, सीपीआई (एम) 2 सीटों पर जीत चुकी है, जबकि 9 पर आगे चल रही है। कांग्रेस 3 सीटों पर आगे है। जबकि टिपरा मोथा पार्टी 8 पर जीत हासिल कर चुकी है, चार पर आगे चल रही है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बरदोवाली सीट से चुनाव जीत गए हैं।
मेघालय की ये स्थिति
मेघालय में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। सीएम कोनराड संगमा की पार्टी एनपीपी सबसे आगे चल रही है। एनपीपी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस 5, बीजेपी 4, टीएमसी 5 और अन्य 20 सीटों पर आगे हैं। कोनराड संगमा ने कहा कि हमारी सीटें बहुमत से कम हैं, लेकिन हम अंतिम नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। जिन्होंने हमें वोट किया, हम उनका धन्यवाद देते हैं। कोनराड संगमा के भाई जेम्स संगमा चुनाव हार गए हैं. वे दादेंग्रे सीट से चुनाव लड़े थे. उन्हें टीएमसी उम्मीदवार रूपा मारक ने मात दी।
नगालैंड की स्थिति
नगालैंड में सीएम नेफ्यू रियो के एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। ये अलायंस 36 सीटों पर आगे चल रहा है। एनपीएफ 2, कांग्रेस 0 और अन्य को 22 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
तीनों राज्यों में ये स्थिति
त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों पर 81.1 फीसदी मतदान हुआ था। कुल 259 उम्मीदवारों ने इस बार चुनाव लड़ा है। मेघालय की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर वोटिंग हुई थी। यहां 36 महिलाओं समेत 369 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां 27 फरवरी को 74.32% वोटिंग हुई थी। मेघालय में तृणमूल कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दल चुनावी ताल ठोकी है। नगालैंड विधानसभा के चुनाव में 183 कैंडिडेट ने अपनी किस्मत आजमाई है। यहां 59 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए हैं। दरअसल, 60 सीटों वाले राज्य में जुन्हेबोटो जिले की अकुलुतो सीट पर बीजेपी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक काजेतो किनिमी निर्विरोध जीत चुके हैं। यहां 13 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। नगालैंड में 82.42% वोटिंग हुई थी।
असम के मुख्यमंत्री का दावा
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले दिनों त्रिपुरा, नगालैंड या मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा ना बनने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में एनडीए पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। एनईडीए के संयोजक सरमा ने कहा था कि एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का कोई भी साथी कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगा। त्रिपुरा और नगालैंड में यथास्थिति रहेगी और मेघालय के लिए सीएम का फैसला बीजेपी द्वारा जीते गए राज्यों की संख्या पर विचार करने के बाद किया जाएगा।
खबर अपडेट हो रही है....