NEW DELHI. तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने जब से सनातन धर्म खिलाफ जहर उगला है, तब से वे बीजेपी समेत तमाम हिंदू धर्मगुरुओं के निशाने पर हैं। देशभर से उनके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। लोग उनका पुतला फूंक रहे हैं। इस सब के बीच उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर कहा कि उन्होंने आस्था में कुछ प्रथाओं को उन्मुलन करने की बात कही थी और वे उनके खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।
सिर्फ जातिगत भेदभाव की निंदा की- उदयनिधि
उदयनिधि ने कहा कि उन्होंने सिर्फ हिंदू आस्था के बारे में नहीं बल्कि उन सभी लोगों के बारे में बात की जो ऐसा करते हैं। उदयनिधि ने ये भी कहा कि उन्होंने सिर्फ जातिगत भेदभाव की निंदा की है। उन्होंने कहा, मैं बार-बार उस मुद्दे पर बात करूंगा जो मैंने शनिवार, 2 सितंबर को कार्यक्रम में बोला था। मैं और भी बोलूंगा। मैंने उस दिन ही कहा था कि मैं उस मुद्दे पर बात करने जा रहा हूं जो कई लोगों को परेशान करने वाला है और वही हुआ है।
मैंने सनातन धर्म में सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि सभी धर्मों को शामिल किया
उदयनिधि ने कहा कि परसों मैंने एक समारोह में इसके बारे में (सनातन धर्म) बोला था। मैंने जो भी कहा, मैं वही बात बार-बार दोहराऊंगा। मैंने सिर्फ हिंदू धर्म ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों को इसमें शामिल किया। मैंने जातिगत मतभेद की निंदा की। उन्होंने दावा किया, सनातन धर्म का मतलब यह था कि यह स्थायी है और इसे बदला नहीं जा सकता।
स्टालिन के बयान से विपक्षी गठबंधन की मानसिकता का पता चलता है
उदयनिधि स्टालिन के बयान पर हरियाणा बीजेपी ने भी कड़ा विरोध जताया है। हरियाणा बीजेपी के मुखिया ओमप्रकाश धनखड़ ने मंत्री उदयनिधि की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि स्टालिन के बयान से विपक्षी गठबंधन की मानसिकता का पता चलता है। हरियाणा के झज्जर में साइक्लोथॉन कार्यक्रम में संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर देश के टुकड़े कर दिए। नेहरू ने स्वयं कहा था कि आई एम हिंदू बाई एक्सीडेंट। उन्होंने धारा-370 इसी का एक हिस्सा बताया।