उज्जैन के छात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें बचाने की गुहार लगा रहे हैं। यह छात्र किर्गिस्तान में फंसे हुए हैं, जहां बीते दिनों विदेशी छात्रों के साथ हिंसा ( Kyrgyzstan Violence ) शुरू हो गई। मध्य प्रदेश के उज्जैन के 10 छात्र इस हिंसा के बीच किर्गिस्तान ( ujjain students in kyrgyzstan violence ) फंसे हुए हैं। यह हिंसा राजधानी बिश्केक और आस-पास के इलाकों में विशेषकर भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी छात्रों के साथ हो रही है।
हॉस्टल में घुसकर छात्रों को मारा
किर्गीस्तान में फंसे छात्रों के अनुसार रात के समय किर्गी छात्र विदेशी स्टूडेंट, के हॉस्टल में घुसकर उनके साथ मारपीट कर रहे हैं। कुछ छात्रों के अनुसार बेहोश हो जाने तक मारपीट जारी रहती है। फंसे छात्र 3 से 4 पाकिस्तानी छात्रों के मर्डर का भी दावा कर रहे हैं। हिंसक स्थिति देखते हुए परीक्षाएं भी ऑनलाइन कराने का फैसला किया गया है।
पीएम मोदी से गुहार
किर्गिस्तान हिंसा के बिगड़ते हालातों को देखते हुए भारतीय छात्र ( indian students in kyrgyzstan ) डरे हुए हैं। वे ऐसे हालात में स्वदेश लौटना चाहते हैं। उज्जैन के छात्र पीएम मोदी से जल्द से जल्द उन्हें किर्गिस्तान से निकालकर स्वदेश लाने की गुहार कर रहे हैं। कुछ स्टूडेंट्स का कहना है कि पाकिस्तान ने अपने कई छात्रों को रेस्क्यू कर लिया है।
किर्गिस्तान में हिंसा क्यों हो रही ?
पिछले कई दिनों से एशियाई देश किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हिंसा भड़की हुई है। यह हिंसा विदेशी छात्रों के विरूद्ध हो रही है। हिंसक भीड़ उन छात्रावासों को निशाना बना रही है जहां भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान के छात्र रहते हैं। दरअसल किर्गिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 मई को मिस्र में कुछ किर्गी और विदेशी मेडिकल छात्रों में कहासुनी हुई थी। बहस के बाद दोनों गुटों में झड़प का वीडियो वायरल हुआ। इसके प्रभाव से 16 मई को किर्गिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर हमला होने लगा और हिंसा भड़क गई। ऐसे हालात में भारत और पाकिस्तान ने एडवाइजरी जारी कर अपने देश के छात्रों को घर में रहने के लिए कहा है। भारतीय छात्रों से किर्गिस्तान में हिंसा को देखते हुए इंडियन एंबसी भी स्थिति को ट्रैक कर रही है।
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