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BHOPAL. अंतरराष्ट्रीय विश्व विज्ञान दिवस प्रत्येक साल 10 नवंबर को मनाया जाता है, जो समाज में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है। यह उभरते वैज्ञानिक मुद्दों पर बहस में व्यापक जनता को शामिल करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालता है। विश्व विज्ञान दिवस 2001 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक,वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन यूनेस्को द्वारा घोषित किया गया था। विश्व विज्ञान दिवस 2002 में पहली बार मनाया गया था। 10 नवंबर को भारत में परिवहन दिवस भी मनाया जाता है। बता दें कि आज ( 10 नवंबर) ही के दिन विश्व की पहली मोटरसाइकिल पेश की गई थी।
विश्व विज्ञान दिवस की ऐसे हुई शुरूआत
प्रत्येक साल 10 नवम्बर को दुनिया के कई देशों में शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसके तहत शांति और विकास कार्यों में विज्ञान के योगदान के बारे में बताया जाता है। उल्लेखनीय है कि इस दिवस को 1999 में बुडापेस्ट में संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान परिषद और यूनेस्को द्वारा विज्ञान पर विश्व सम्मेलन के अनुसरण में मनाया गया। यूनेस्को द्वारा इस दिवस की स्थापना दुनिया भर में विज्ञान के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की थी। शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस, शांति एवं विकास कार्यों में विज्ञान के योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन सभी विज्ञान संस्थानों, जैसे राष्ट्रीय एवं अन्य विज्ञान प्रयोगशालाएं, विज्ञान अकादमियों, स्कूल और कॉलेज तथा प्रशिक्षण संस्थानों में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों से संबंधित प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं।
इन उद्देश्यों को लेकर की गई थी स्थापना
- शांतिपूर्ण और स्थायी समाज के लिए विज्ञान की भूमिका पर जन जागरूकता को मजबूत करना।
भारत में विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस विज्ञान से होने वाले लाभों के प्रति समाज में जागरूकता लाने और वैज्ञानिक सोच पैदा करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में हर साल 28 फरवरी को भारत में मनाया जाता है। 28 फरवरी 1928 को सर सीवी रमन ने अपनी खोज की घोषणा की थी। इसी खोज के लिए उन्हें 1930 में नोबल पुरस्कार दिया गया था।
आइए जानते हैं कि और क्या-क्या हुआ था 10 नवंबर को
- 1659- शिवाजी ने प्रतापगढ़ किले के निकट अफजल खान को मार गिराया