New Delhi. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अडाणी-हिंडनबर्ग मामले में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट 6 सदस्यीय कमेटी गठित कर चुका है। जिसमें दो रिटायर्ड जज भी शामिल हैं। जिस किसी के भी पास इस मामले को लेकर कोई सबूत मौजूद हैं, उसे यह सबूत कमेटी को देना चाहिए। अगर कुछ भी गलत हुआ होगा तो किसी को नहीं बख्शा जाएगा। अमित शाह ने एक मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में यह बात कही।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश को अदालतों पर भरोसा करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ सेबी भी इस मामले की पड़ताल कर रही है। शाह बोले कि लोगों को आधारहीन आरोप लगाने से बचना चाहिए क्योंकि ये जांच में नहीं टिक पाते।
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राहुल गांधी याद दिला दी दादी
अमित शाह से जब राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए बयान पर सवाल किया गया तो वे बोले कि इमरजेंसी के बाद राहुल की दादी इंदिरा गांधी इंग्लैंड गई थीं। उस समय वे विपक्ष में थीं और सरकार ने उन्हें जेल भेजने की पूरी तैयारी कर रखी थी। शाह ने कहा कि इंग्लैंड में उनसे सवाल पूछा गया कि आपका देश कैसे काम कर रहा है, तो इसके जवाब में इंदिरा ने कहा कि मेरा देश अच्छे से काम कर रहा है। कुछ मुद्दे हैं लेकिन मैं उनके बारे में यहां बात नहीं करना चाहती। यहां मैं इंडियन हूं और मैं अपने देश के बारे में कुछ नहीं कहूंगी।
विपक्ष बातचीत करे तो खत्म हो सकता है गतिरोध
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि यदि विपक्षी पार्टियां बातचीत करती हैं तो संसद में जारी गतिरोध खत्म हो सकता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वे सिर्फ मीडिया से बात करते हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं लेकिन इससे कुछ नहीं हो सकता। संसद में सभी को बोलने की आजादी है, लेकिन संसद के नियमों का पालन करना पड़ता है।