LUCKNOW. उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। 13 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर किया गया है। यूपी एसटीएफ ने यह कार्रवाई झांसी में की है। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वॉन्टेड असद और गुलाम पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था। झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए। अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि झांसी में यूपी एसटीएफ ने असद और गुलाम को सरेंडर करने के लिए कहा था, लेकिन असद और गुलाम ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। STF ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों को मार गिराया। एनकाउंटर तब हुआ, जब अतीक अहमद को सुनवाई के लिए प्रयागराज लाया गया था।
बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम आज झांसी में बड़ा गांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच परीक्षा डैम के इलाके में छिपे बैठे थे। यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन इन्होंने STF की टीम पर फायर किया, उसके बाद एनकाउंटर में मार गिराया।
उमेश पाल की मां बोलीं- बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी
शूटर असद और गुलाम के मारे जाने पर उमेश पाल की पत्नी जया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की और कहा कि न्याय दिलाने वाला सबसे बड़ा होता है, सीएम योगी मेरे पिता के समान हैं, आज उन्होंने इंसाफ दिलाया है। वहीं, उमेश पाल की मां ने कहा कि जो भी आज पुलिस ने किया है, इसी तरह सरकार करती रहे, मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी।
असद और गुलाम ने की उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या
24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान बम भी फेंके गए थे। हमले में उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर्स की मौत हो गई थी।
बेटे के एनकाउंटर की खबर मिलते ही रोने लगा अतीक
उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 13 अप्रैल को कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद सीजेएम कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोनों नैनी जेल में बंद रहेंगे। कोर्ट से बाहर निकलते ही वकीलों ने अतीक पर जूता फेंककर मारा। उधर, पेशी के दौरान जब अतीक को असद के एनकाउंटर की खबर मिली तो कोर्ट में ही फूट-फूटकर रोने लगा। अतीक वहीं जमीन पर बैठ गया। कुछ देर बाद उसने पीने के लिए पानी मांगा। वहीं कोर्ट परिसर में 'अतीक अहमद मुर्दाबाद, उमेश पाल अमर रहें' के नारे लगे। योगी-मोदी जिंदाबाद के भी नारे लगाए गए। वकीलों के गुस्से को देखते हुए अतीक और अशरफ को सुरक्षा के बीच सुरक्षित निकाला गया। पुलिस दोनों को एक ही प्रिजन वैन में बैठाकर नैनी सेंट्रल जेल ले गई।