Lucknow. उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ एसटीएफ और पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। अब एसटीएफ ने मथुरा में मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर को एनकाउंटर में मार गिराया है।
मुठभेड़ में ढेर कुख्यात अपराधी पंकज यादव पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस की कार्रवाई के दौरान पंकज का साथी मौके से भाग निकला। पंकज यादव मुख्तार अंसारी के साथ ही सिवान के मोहम्मद शाहबुद्दीन और मुन्ना बजरंगी गैंग का शार्प शूटर भी रहा है।
कुख्यात अपराधी पंकज मुठभेड़ में ढेर
जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ बुधवार तड़के फरह थाना क्षेत्र के रोसू गांव के पास हुई। यहां कुख्यात अपराधी पंकज यादव के होने की सूचना के बाद पुलिस और एसटीएफ के डिप्टी एसपी धर्मेश शाही की टीम ने घेराबंदी की थी।
इस दौरान पंकज ने एसटीएफ को देख फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में गोली लगने से गैंगस्टर पंकज की मौत हो गई। मुठभेड़ के दौरान पंकज का साथी भागने में कामयाब रहा।
पंकज यादव ने की 10 राउंड फायरिंग
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ एक घंटे चली और पंकज यादव ने 10 राउंड गोलियां चलाई। गोली लगने के बाद पंकज को अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मुठभेड़ वाली जगह से एक पिस्टल, एक रिवॉल्वर, कारतूस और बाइक बरामद की है। पुलिस पंकज के फरार साथी की तलाश में जुट गई है।
दर्ज थे 40 से ज्यादा मुकदमे
बता दें कि मऊ के रानीपुर थाना क्षेत्र के ताहिरपुर का रहने वाला पंकज यादव उर्फ नखड़ू (32 साल) मुख्तार अंसारी शार्प शूटर रह चुका था। उसने शहाबुद्दीन और मुन्ना बजरंगी के गिरोह के लिए भी शूटर रहा है। इस अपराधी की गिरफ्तारी के लिए वाराणसी एडीजी ने 1 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। पंकज के खिलाफ हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे 40 से ज्यादा केस थानों में दर्ज थे। यह अपराधी कई पुलिस वालों की हत्या के मामले में भी फरारी काट रहा था। पंकज यादव पर ठेकेदार मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह पुलिसकर्मी को मारने का आरोप भी था।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक